वेंकटेश्वर मन्दिर में आयोजित ब्रह्मोत्सव के दौरान शनिवार को भगवान का विवाहोत्सव मनाया गया। शनिवार सुबह प्रात:पूजा के बाद हवन, पाठ, उत्सव के पश्चात भोग लगाने के बाद में भगवान की आरती की गई। दोपहर में भगवान का विवाह किया गया। विद्वान पं. कृष्ण कुमार भट्टर के आचार्यत्व में 18 विद्वान पण्डितजनों ने वेद ऋचाओं का उच्चारण करते हुए भगवान के विवाह को सम्पन्न करवाया। भगवान के विवाह में बॉलीवुड की प्रख्यात गायिका पिनाज इसरानी ने भजनों की सुमधुर प्रस्तुतियां दी। शाम को भगवान की शेषनाग सवारी निकली।
शेषनाग सवारी मन्दिर के चारों तरफ भ्रमण कर वापस मन्दिर में लौट गई। मैनेजिंग ट्रस्टी मंजूदेवी जाजोदिया ने बताया कि रविवार को भगवान की गरूड़ वाहन सवारी नगर भ्रमण के लिए निकलेगी। जिसके लिए तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। ब्रह्मोत्सव के दौरान मन्दिर परिसर में आयोजित धार्मिक आयोजनों में शामिल होकर लोग पुण्य लाभ कमा रहे हैं। इससे पूर्व शुक्रवार को भगवान को पुष्करणी स्नान करवाया गया। गंगा, यमुना सहित सभी नदियों का आह्वान कर उनके जल से वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ भगवान वेंकटेश्वर, भू देवी व पदमावती जी को पुष्करणी स्नान करवाया गया।
इसके पश्चात भगवान वरूण को प्रसन्न करने के लिए सहस्त्रधारा से भगवान को स्नान करवाया गया। सुबह से शाम तक चलने वाले प्रात: पूजा, हवन, पाठ, उत्सव, भोग, दोपहर में तोट्टी तिरूमंजन (पूष्करनी स्नान), पूजा, हवन, उत्सव, पाठ, भोग, आरती, गोष्ठी आदि धार्मिक आयोजनों में अनेक लोगों ने शामिल होकर पुण्य लाभ अर्जित किया। ट्रस्टी मंजूदेवी जाजोदिया, सामोली मल्होत्रा एवं अन्य ट्रस्टियों ने भी पूजा में शामिल होकर पुण्य लाभ अर्जित किया।