वेंकटेश्वर मन्दिर में आयोजित ब्रह्मोत्सव में शुक्रवार को भगवान को पुष्करणी स्नान करवाया गया। गंगा, यमुना सहित सभी नदियों का आह्वान कर उनके जल से वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ भगवान वेंकटेश्वर, भू देवी व पदमावती जी को पुष्करणी स्नान करवाया गया। इसके पश्चात भगवान वरूण को प्रसन्न करने के लिए सहस्त्रधारा से भगवान को स्नान करवाया गया।
सुबह से शाम तक चलने वाले प्रात: पूजा, हवन, पाठ, उत्सव, भोग, दोपहर में तोट्टी तिरूमंजन (पूष्करनी स्नान), पूजा, हवन, उत्सव, पाठ, भोग, आरती, गोष्ठी आदि धार्मिक आयोजनों में अनेक लोगों ने शामिल होकर पुण्य लाभ अर्जित किया। ट्रस्टी मंजूदेवी जाजोदिया, सामोली मल्होत्रा एवं अन्य ट्रस्टियों ने भी पूजा में शामिल होकर पुण्य लाभ अर्जित किया। दक्षिण भारतीय विद्वान कृष्ण कुमार भट्टर के सानिध्य में 18 वेदपाठी पण्डितजनों ने वेद ऋचाओं का उच्चारण करते हुए धार्मिक अनुष्ठान को सम्पन्न करवा रहे हैं। व्यवस्थापक मोहनसिंह राठौडृ ने बताया कि शनिवार को भगवान का विवाह किया जायेगा। जिसमें मुम्बई से आये कलाकार भजनों की प्रस्तुतियां देंगे।