मुंगफली खरीद की अंतिम तिथी नजदीक आने के साथ ही किसानों का धैर्य जवाब देने लगा है। खरीद केन्द्र, वेयर हाऊस एवं उच्चाधिकारियों में आपसी समन्वय की कमी के चलते उपजी कभी बारदाने की कमी तो कभी तुले माल को समय पर नहीं उठाने जैसी समस्याओं के चलते नवम्बर में शुरू हुई खरीद आधे से अधिक समय तक बाधित रही है। खरीद केन्द्र द्वारा किसानों को मई तक के लिए टोकन दिये गये हैं, जबकि 28 फरवरी के बाद मुंगफली की खरीद व तुलाई नहीं होने की सम्भावना को देखते हुए किसानों धैर्य जवाब देने लगा है। कृषि उपज मण्डी के बाहर करीब एक किमी से अधिक दूरी तक तीन सौ से अधिक वाहन मुंगफली से लदे हुए खड़े हैं।
रविवार को सांसद रामसिंह कस्वां एवं विधायक खेमाराम मेघवाल के बाद सोमवार को उपखण्ड अधिकारी फतेह मोहम्मद खान, पुलिस उप अधीक्षक हेमाराम चौधरी, नायब तहसीलदार गणेशीलाल, मण्डी सचिव सुरेन्द्र बांगड़वा, खरीद केन्द्र व्यवस्थापक राजेश खीचड़, सुजानगढ़ थाना प्रभारी उम्मेदसिंह व सालासर थाना प्रभारी कमल कुमार के साथ किसानों की दिनभर वार्ता होती रही। देर शाम को अपुष्ट सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को टोकन एवं पंचायत वार किसानों की मुंगफली की खरीद की जायेगी। जिसकी सूची बनाई जा रही है। सांसद रामसिंह कस्वां के पीए भास्कर ने बताया कि नैफेड के ब्रांच मैनेजर एस.एस. श्रीवास्तव से फोन पर बात की।
जिसमें उन्होने बताया कि 50 हजार बारदाना भेजा जा चूका है तथा 60 हजार बारदाना और भेजा जा रहा है। भास्कर ने बताया कि रतनगढ़ स्थित वेयर हाऊस के मैनेजर से भी फोन पर बात की। जिसने बताया कि वेयर हाऊस में मजदूरों की संख्या बढ़ाने के साथ रोशनी की व्यवस्था की गई। वहां मजदूर रात भर काम करेंगे। सांसद के पीए ने बताया कि दिल्ली में नैफेड के बहुगुणा जी से भी बात की। लेकिन उन्होने समय बढ़ाने के बारे में कुछ नहीं कहा। भास्कर ने बताया कि सांसद रामसिंह कस्वां दिल्ली में नैफेड के अधिकारियों से मिलकर किसानों की मुंगफली की खरीद की समय सीमा को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं।