
नौ दिन तक माता रानी की विधि विधानपूर्वक वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा अर्चना करने के बाद रविवार को जुलूस निकालकर विदाई दी गई। कस्बे के हनुमान धोरा, बाल्मिकी बस्ती, सूर्य भगवान मन्दिर, नया बास, भौजलाई रोड़ पर नवरात्रा के प्रथम दिन माता की मूर्ति स्थापना के साथ शुरू हुआ नवरात्रा महोत्सव रविवार को मूर्ति विसर्जन के साथ ही सम्पन्न हो गया। शहर के विभिन्न मौहल्लों में स्थित दुर्गा पूजा पाण्डालों से निकला माता रानी का जुलूस घंटाघर पर आकर एकाकार हो गया। जुलूस को देख कर ऐसा लग रहा था मानो नौ देवियां एक साथ अपने – अपने रथ पर सवार होकर सड़क पर उतर आई हो। जुलूस में माता रानी के जयकारों से आसमान गुंज रहा था वहीं श्रद्धालु डी. जे. की धुनों पर नाचते हुए चल रहे थे। एक दर्जन से अधिक माता की मूर्तियां को गौशाला तालाब में विसर्जन किया गया।