कस्बे के लालचन्द पीपलवा ने स्वायत शासन मंत्री शांति धारीवाल को पत्र प्रेषित कर शहरी क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित खातेदारी भुमि के पट्टे जारी करवाने की मांग की है। पीपलवा ने पत्र में लिखा है कि कृषि मण्डी के बराबर हद बंदी में खातेदारी भुमि है, जिसकी पत्रावलियां प्रशासन शहरों के संग अभियान में नगरपालिका सुजानगढ़ में जमा करवाई थी, जिसकी प्रारम्भिक फीस भी जमा दे दी गई है।
लेकिन पालिका द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग का हवाला देकर पत्रावलियों को ठण्डे बस्तें में डाल दिया गया है, जबकि शहरी क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग लागू नहीं होता है। पीपलवा ने लिखा है कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर 2001 में नगरपालिका द्वारा पट्टे जारी किये गये हैं और अब इंकार किया जा रहा ह। पीपलवा के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग के समीपस्थ करीबन 50 पत्रावलियां नगरपालिका में प्रशासन शहरों के संग अभियान में लगी हुई है, इनका निस्तारण होने पर पालिका को पांच करोड़ की आय होने की सम्भावना भी पत्र में व्यक्त की गई है। पत्र के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग पर सरकारी कार्यालय, आवासीय होटल, मकान बने हुए हैं तथा यह शहर के बीच में से निकलता है तथा इसके दोनो ओर घनी आबादी है। जिसकी चौड़ाईअब सम्भव नहीं है तथा खातेदारों का उनकी भुमि का मुआवजा भी नहीं दिया गया है।