भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी) की स्थानीय ईकाई के कार्यकर्ताओं ने तहसील सचिव सुगनाराम रूलाणियां के नेतृत्व में उपखण्ड अधिकारी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपने के बाद गिरफ्तारियां दी।
भाकपा द्वारा सौंपे गये ज्ञापन में ग्वार के निर्यात से प्रतिबंध हटाने, रेल लाईन पर अण्डरपास बनवाने, पानी-बिजली की व्यवस्था करने, महंगाई पर रोक लगाने, वास्तविक आंकड़ो के आधार पर किसानों को बीमा क्लेम देने, कानून व्यवस्था में सुधार करने, सभी परिवारों को 35 किलो अनाज दो रूपये प्रति किलो की दर से देने, बेरोजगारों को रोजगार देने, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का निजीकरण बंद करने तथा आवंटन बंद करने, महिलाओं, अल्पसंख्यकों, अनुसूचित जाति व जनजाति पर हो रहे हमलों को रोकने तथा भेदभाव को समाप्त करने, खुदरा व्यापार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश रोकने, मन्दिर, मस्जिद या डोली भुमि का काश्तकारों के नाम रूपान्तरण करवाने, सुजला जिला बनाने, नोखा-सीकर रेल मार्ग शुरू करने, सरकारी चिकित्सालय में रिक्त पदों को भरने, पांच वर्ष से काश्त नहीं हो रही भुमि को सवाईचक घोषित करने की मांग की गई है।
ज्ञापन सौंपने गये प्रतिनिधि मण्डल में तेजपाल गोदारा, बाबूलाल रूलानियां, सुराजाराम दूसाद, रमेश गोदारा, रामनारायण रूलाणियां, ताजू खां, पार्षद मोहनलाल मेघवाल, लालाराम बिजारणियां, नारायण गोदारा, सतीश डूखवाल, खींवकरण भार्गव, परमवीर, रफीक खां कायमखानी, आकाश जांगीड़, रामवतार जांगीड़, इन्द्रजीत जानू, खेमाराम पारीक, सन्दीप सैनी सहित अनेक कामरेड शामिल थे।