अपनी अव्यवस्था को लेकर हंगामे का केन्द्र बन रहे कस्बे के राजकीय बगडिय़ा चिकित्सालय के औचक निरीक्षण के दौरान क्षेत्रिय विधायक मा. भंवरलाल मेघवाल ने अपना गुस्सा निजी नर्सिंग कॉलेज की प्रशिक्षणार्थियों पर उतारते हुए उन्हे चिकित्सालय परिसर से निकलवा दिया। कुम्हार को जोर कुम्हारी पर नहीं चालै जद गधेड़ा का कान ऐंठे इस कहावत को चरितार्थ करते हुए विधायक मा. भंवरलाल मेघवाल ने अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं के लिए जिम्मेदार कर्मचारियों व नर्सिंग स्टॉफ और चिकित्सकों को बख्शते हुए अपना सारा गुस्सा प्रशिक्षणार्थियों पर उतारा।
अस्पताल खुलने से पहले ही व्यवस्थाओं का जायजा लेने पंहूचे मेघवाल को स्टाफ एवं चिकित्सकों की लेटलतीफी से भी वाकिफ होना पड़ा और विधायक के औचक निरीक्षण की जानकारी मिलते ही स्टाफ व चिकित्सक आनन-फानन में अपने रोजमर्रा के तय समय से पहले सरकार द्वारा तय समय पर पंहूचने लगे तो कुछ चिकित्सालय समय से दस- बीस मिनट की देरी से भी अस्पताल पंहूचे। विधायक ने पीएमओ सी.आर. सेठिया को बुलाकर देरी से पंहूचने वाले स्टाफ के अनुपस्थिति लगवाई। तत्पश्चात मेघवाल ने मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा वितरण केन्द्रों पर जाकर दवाईयों उपलब्धता के बारे में जानकारी ली। इसके बाद पट्टी कक्ष में जाकर वहां पर प्रशिक्षण ले रहे श्री बालाजी नर्सिंग कॉलेज के प्रशिक्षणार्थियों को अस्पताल से बाहर जाने को कहा।
जिस पर प्रशिक्षणार्थियों ने कहा कि हमने अस्पताल की फीस भरी है, हम बाहर नहीं जायेंगे तथा प्रशिक्षणार्थियों के साथ आये शंकरलाल हरिजन ने कहा कि सरकार के नियमानुसार फीस जमा दे रखी है। इतना सुनते ही मेघवाल भड़क गये तथा डांटते-फटकारते हुए कहा कि क्या होती है सरकार? मैं हूं ना सरकार का प्रतिनिधि, मेरी नहीं चलेगी क्या? एक को भी अस्पताल में ट्रैनिंग नहीं करने दूंगा। जनता मेरे पास आकर शिकायत करती है, जन स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। उन्होने पीएमओ से प्रशिक्षणार्थियों को बाहर निकालने को कहा, लेकिन नर्सिंग कॉलेज द्वारा मेडीकल रिलिफ सोसायटी की रसीद कटवाई हुई होने के कारण पीएमओ ऐसा नहीं कर पाये। जिस पर विधायक ने सीएमएचओ से फोन पर पीएमओ को मौखिक आदेश दिलवाये। जिसके बाद प्रशिक्षणार्थियों को अस्पताल से बाहर भेजा जा सका। करीब ढ़ाई घण्टे तक चले निरीक्षण के बाद अस्पताल पंहूचे तहसीलदार मूलचन्द लुणियां एवं नायब तहसीलदार सुभाष चौधरी को विधायक ने कहा कि आप अफसर हो व्यवस्था देखो, जनता परेशान हो रही है। निरीक्षण के दौरान नगर कांग्रेस अध्यक्ष रामवतार शर्मा, पार्षद बाबूलाल कुलदीप, विद्याप्रकाश बागरेचा, बजरंग सैन, थाना प्रभारी हनुमानसिंह भी उपस्थित थे।
पुनरावर्ती होने पर न्यायालय की शरण लेगा बालाजी नर्सिंग इन्स्टीट्यूट
श्री बालाजी नर्सिंग इंस्टीट्यूट के मैनेजिंग डायरेक्टर पूसाराम चन्देलिया ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि श्री बालाजी नर्सिंग इन्स्टीट्यूट के जीएनएम के तृतीय वर्ष के प्रशिक्षणार्थियों द्वारा राजकीय सुजानमल बगडिय़ा चिकित्सालय में राजस्थान सरकार के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य (ग्रुप 3) विभाग के उपशासन सचिव के आदेश क्रमांक एफ – 5 (57) चिस्वा. 3/2003 दिनांक 20/04/2003 के आदेशानुसार राजकीय चिकित्सालय में 1500/- प्रति छात्र/प्रति कोर्स संस्था द्वारा राजस्थान रिलिफ मेडीकल सोसायटी में जमा करवाने पर प्रशिक्षण की अनुमति प्रदान की जाती है।
जो राज्य सरकार के नियमानुसार श्री बालाजी नर्सिंग इन्स्टीट्यूट ने ले रखी है तथा नियमानुसार ही छात्र प्रशिक्षण के लिए जाते हैं। चन्देलिया ने बताया कि दिनांक 16-11-2012 को रसीद संख्या 38033 में 75 हजार रूपये राजस्थान मैडीकल रिलिफ सोसायटी सुजानगढ़ में जमा करवा चुके हैं। चन्देलिया ने बताया कि इन्स्टीट्यूट के विद्यार्थियों को प्रशिक्षण के दौरान चिकित्सालय से बाहर निकालने की आज की घटना की अगर भविष्य में पुनरावर्ती होती है, तो वे न्यायालय की शरण लेंगे।