स्थनीय लाडनूं बस स्टैण्ड पर कठोतियों के नोहरे में स्थित चुडिय़ों के गोदाम में आग लगने से लाखों रूपये का माल जलकर स्वाहा हो गया। रविवार रात करीब एक बजे एएसआई इलियास खां रात्री गश्त पर थे। गश्त के दौरान इलियास खां ने गोदाम से आग की लपटें देखकर सीआई हनुमानसिंह कविया, नगरपालिका प्रशासन को सूचना दी। सूचना मिलते ही सीआई हनुमानसिंह ने तहसीलदार मूलचन्द लुणियां को आगजनी के बारे में जानकारी दी।
जिसके तुरन्त बाद तहसीलदार मूलचन्द लुणियां ने मौके पर पंहूचकर दमकल व निजी तथा जलदाय विभाग के टैंकरों को मंगवाकर आग बुझाने का कार्य शुरू करवाया। सूचना देने के थोड़ी देर बाद दमकल ने मौके पर पंहूचकर आग बुझाने के प्रयास करने शुरू कर दिये। आग की भयावता को देखते हुए टैंकरों की व्यवस्था की गई। 10 टैंकरों द्वारा पानी लाकर नगरपालिका की दमकल में पानी डालकर उसे पम्पिंग के सहारे मकान के अन्दर तक फैंका गया। आग की भयावता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पूरे मकान में ही दरारें हो गई। जेसीबी के द्वारा गोदाम के पीछे की तरफ दोनो ओर से दीवार को तोड़ कर पानी अन्दर फैंका गया। रात को लगी आग पर दोपहर करीब दो बजे काबू पाया गया। आग पर काबू पाने के लिए लाडनूं से भी दमकल मंगवाई गई थी।
आग लगने की सूचना पर पटवारी शिवकुमार शर्मा, एएसआई इलियास खां, एएसआई मांगीलाल मय जाप्ते के मौके पर पहंूचे। पटवारी शिवकुमार द्वारा आग से नुकसान के बारे में आकलन करते हुए नुकसान को एक करोड़ रूपये का बताने पर मौके पर मौजूद मकान मालिक के पुत्र नरेश सहित उपस्थित मणिहारी के दुकानदारों ने विरोध करते हुए आठ से दस लाख रूपये का नुकसान होना बताया। गोदाम मालिक के पुत्र द्वारा चुडिय़ों के गोदाम के रूप में काम में लिये जाना बताया जा रहा था तथा कॉस्मेटिक सामान होने को नकारा जा रहा था। लेकिन आग बुझाने के लिए तोड़ी गई दीवार व खिड़कियों से क्रीम, टूथ पेस्ट, मेहन्दी कोन, साबून आदि स्पष्ट नजर आ रहे थे।
गोदाम मालिक दिनेशचन्द्र पुत्र शिवदीन गुप्ता अपने किसी कार्य से बाहर गया हुआ था। गुप्ता के लड़के नरेश ने बताया कि वह गोदाम में ही सोता है, रात को 11 बजे वह गोदाम बंद कर वह सो गया तथा 12 बजे उसने धुंआ निकलते देखा तो तहसीलदार को सूचना दी। प्रत्यक्षदर्शियों अनुसार रात को करीब डेढ़ करोड़ का नुकसान बताया जा रहा था जो कि सुबह होते-होते आठ से दस लाख रूपये तक आ गया।