राज्य के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राज्य सरकार ने किसानों के हित में अनेक निर्णय लिये हैं। कृषकों को फसल खराबा होने पर लघु एवं सीमांत कृषकों को साढे आठ करोड़ रूपये का आदान अनुदान वितरित किया गया है। राज्य सरकार द्वारा फव्वारा, बूंद-बूंद सिंचाई व सोलर यंत्रा स्थापित करने पर कृषकों को अनुदान दिया जा रहा है। कृषकों को एक लाख 50 हजार रूपये का फसली ऋण लेकर समय पर चुकाने पर ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। राज्य सरकार ने पांच साल में किसानों की बिजली की दरें नहीं बढ़ाई गई है। राज्य सरकार 90 पैसे प्रति यूनिट की दर से कृषकों को विद्युत उपलब्ध करा रही है तथा 5 हजार करोड़ रूपये विद्युत पर अनुदान दे रही है। वे शनिवार को नागौर जिले के लाडनूं कस्बे में कृषि मंत्री हरजीराम बुरड़क के 60 वर्ष का राजनैतिक जीवन पूर्ण होने के उपलक्ष में आयोजित षष्ठी सम्मान समारोह में किसानों को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पहली बार कृषकों को गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 150 रूपये प्रति क्विंटल बोनस के रूप में देगी। किसानों को खाद-बीज गुणवत्ता पूर्ण मिले इसकी व्यवस्था की गई है। राज्य में राजीव गांधी सेवा केन्द्रों का निर्माण कराकर वहां कृषकों को सभी प्रकार की जानकारियां उपलब्ध कराई जायेगी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ग्राम पंचायतों में किसान सेवा केन्द्र बना रही है जहां कृषक ज्ञान का आदान प्रदान कर सकेगें। राज्य सरकार राजीव गांधी सेवा केन्द्र व किसान सेवा केन्द्रों के माध्यम से ऐसी व्यवस्था करने जा रही है जिससे गांवों में शहरों की भांति सभी सूचना व सुविधाएं उपलब्ध होंगी और गांव के लोगों को शहर में नहीं जाना पडे़गा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कृषि विभाग के सभी साधनों को सुदृढ़ करने में कोई कमी नहीं रखेगी। जिससे किसानों की आर्थिक दशा में बदलाव होगा। उन्होंने बताया कि किसानों के बलबूते पर ही आज देश खाद्यान्न का निर्यात करने की स्थिति में आ गया है। उन्होंने कहा कि किसानों के हित में जितने कार्य किये जाये उतने ही कम हैं। उन्होंने कहा कि कृषकों को इजराइयली खेती का प्रशिक्षण दिलाने के लिए इजराइल के साथ टायअप किया है। वहां की खेती समृद्ध है वहां एक-एक बूंद से खेती के लिए सिंचाई हो रही है। राजस्थान के सम्मानित प्रगतिशील कृषकों को वहां की खेती का निरीक्षण करने के लिए भेजा जायेगा ताकि उसी विधि की खेती यहां के किसान कर सकें।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राजस्थान पूरे देश में दलहन उत्पादन में प्रथम स्थान पर रहने की वजह से प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्त http://www.phpaide.com/?langue=en कर चुका है और राजस्थान को कृषि के क्षेत्रा में आगे बढ़ने पर योजना आयोग के अध्यक्ष ने सराहना की है। राजस्थान में नरेगा योजनान्तर्गत 100 दिन की रोजगार की गारंटी योजना से व्यक्ति को रोजगार की सुरक्षा मिली है। इसके अलावा व्यक्तियों को सूचना का अधिकार, शिक्षा का अधिकार मिला है तथा खाद्य सुरक्षा का अधिकार मिलने जा रहा है। देश की अर्थव्यवस्था किसान की खेती पर निर्भर करती है इसलिए सिंचाई के साधनों का विस्तार किया गया है। राज्य सरकार द्वारा इस बार कृषि को जो प्रोत्साहन मिला है वह पहले कभी नहीं मिला। किसानों की फसलों के खराबे पर (शीत लहर व पाला पड़ने से) केन्द्र सरकार ने मुआवजा देने का निर्णय किया है। समारोह में मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा बजट में गई घोषणा वृ़द्धावस्था आश्रम बनाने, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर धर्मशालाएं बनाने व गोशालाओं को दिये जाने वाली अनुदान राशि के बारे में भी विस्तार से बताया।
समारोह में मुख्यमंत्री ने लाडनूं में कृषि, पशुपालन व मत्स्य मंत्री हरजीराम बुरड़क द्वारा रखी गई मांगों पर लाडनूं के 100 बैड के राजकीय चिकित्सालय को 150 बैड में क्रमोन्नत करने तथा अस्पताल में ट्रोमा सेण्टर बनाने की घोषणा की। समारोह में मुख्यमंत्री ने कृषि मंत्री के 60 साल के राजनैतिक जीवन पर प्रकाशित राजनीति के सफलतम 60 वर्ष स्मारिका का विमोचन किया। उन्होंने कृषि मंत्री को लाडनूं की जन नायक समिति द्वारा तैयार किया गया अभिनंदन पत्रा भी समर्पित किया।
समारोह के बाद मुख्यमंत्री ने लाडनूं में करंट के बालाजी मंदिर में लगाये गये विशाल रक्त दान शिविर का विजिट किया और रक्तदाताओं के पास जाकर कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने इससे पूर्व मंदिर में दर्शन किये और मंदिर के पुजारी से आशीर्वाद लिया। मंदिर के पुजारी ने मुख्यमंत्री को अपनी ओर से कलम भेंट की।
मुख्यमंत्री ने एनथ्रोपासेण्ट्रिक विजनरी आॅर्गेनाइजेशन लाडनूं द्वारा आयोजित विशाल रक्तदान शिविर के अभिनंदन समारोह में भी शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि रक्तदान महादान है। आज युवाओं द्वारा किया गया रक्तदान किसके जीवन को बचाने में काम आयेगा किसी को मालूम नहीं है। रक्तदान की परम्परा स्व. संजय गांधी ने शुरू की थी जो आज भी कायम है। अच्छे संस्कार व्यक्ति के जीवन में पड़ जाते है तो जिदंगी भर काम आते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा व जांच योजना व अन्य योजनाओं का लाभ गांव-गांव तक पहुचे इसके लिए आमजन को योजनाओं के प्रति जागरूक करे ताकि अधिकाधिक लोग लाभान्वित हो सके समारोह की अध्यक्षता ऊर्जा, जलदाय व सूचना एवं जन सम्पर्क मंत्री डां जितेन्द्र सिंह ने की। उन्होंने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि नागौर जिले मे हिमालय का मीठा पानी लाने के लिये 2950 करोड़ रूपये की पेजयल योजना मंजूर की गई है जिसका शिलान्यास शीघ्र ही करने का प्रयास किया जायेगा। इस अवसर पर कृषि मंत्री हरजीराम बुरडक, राजस्व मंत्री हेमाराम चैधरी, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री राजकुमार शर्मा, नागौर सांसद डॉ ज्योति मिर्धा, पूर्व मंत्री डॉ. चन्द्रभान, पूर्व विधायक रिछपाल मिर्धा व प्रेमाराम जाट ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
समारोह में महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री मंजू मेघवाल, लक्ष्मणगढ़ विधायक गोविन्द सिंह डोटासरा, नावां विधायक महेन्द्र सिंह चैधरी, डूंगरगढ़ विधायक मंगलाराम गोदारा सहित अन्य अतिथि मंचासीन थे। समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कृषि मंत्री हरजीराम बुरड़क ने साफा पहनाकर व शाल ओढ़ाकर अभिनंदन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को महात्मा गांधी की मूर्ति स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट की। समारोह में उपस्थित सभी अन्य अतिथियों का साफा, माला पहनाकर व प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया।