कस्बे में कहीं सड़क का निर्माण पूर्ण होने से पूर्व ही सड़क के पूर्ण होने के बोर्ड लगाये जा रहे हैं तो कहीं आधी दूरी तक निर्मित सड़क को पूरी दूरी तक निर्मित बताते हुए विधायक द्वारा उसका उद्घाटन करवाया जा रहा है। ऐसी ही विधायक निधि से निर्मित एक अधूरी सड़क बदरूदीन शाह तकिया से राष्ट्रीय राजमार्ग 65 तक को पूरी बताते हुए विगत 10 मार्च 2013 को विधायक एवं पूर्व शिक्षा मंत्री मा. भंवरलाल मेघवाल के द्वारा सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा लोकार्पण करवाया गया।
जबकि यह सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग 65 तक निर्मित नहीं होकर टीकोलाई (टीकू तलाई) तक ही निर्मित है, तलाई से राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 65 करीब एक किलोमीटर दूर है। टीकोलाई से राष्ट्रीय राजमार्ग 65 तक करीब एक किमी की दूरी तक बरसों पहले कृषि उपज मण्डी द्वारा बनाई गई डामर की क्षतिग्रस्त सड़क है।
लोकार्पण के समय विभाग द्वारा लगाये गये एवं विधायक द्वारा लोकार्पित पट्ट पर लिखित सूचना के अनुसार बदरूदीन शाह के तकिया से राष्ट्रीय राजमार्ग 65 तक सीसी सड़क का निर्माण पूर्ण हो चूका है, जबकि हकीकत में सड़क तय दूरी से करीब एक किमी पहले ही टीकोलाई तक बनाकर पूर्ण होने का शिलालेख विभाग द्वारा लगाया गया है। जिससे मौहल्लेवासी भ्रमित हो रहे हैं। जब यह सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग 65 तक स्वीकृत थी तो फिर टीकोलाई से आगे की सड़क कहां गई? क्या उसे जमीन निगल गई या उसे आसमान खा गया?