रंग-बिरंगे रंगों का त्यौंहार होली अंचल में हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। करीब एक सप्ताह तक चंग की थाप पर मेहरियों के साथ नाचते-गाते मस्तानों की टोलियों और नगाड़े की चोट पर एक लय-ताल में गंीदड़ खेलते रंगीलों को देखने का आनन्द रंग-बिरंगे रंगों को प्रेम के साथ एक -दूसरे के गालों पर मलने के बाद हुई रामा-श्यामा के साथ सम्पन्न हुआ।
कस्बे के दुलियां बास स्थित मौजीदास जी के धुणा, स्टेशन रोड़ पर अग्रसेन टावर के सामने, बगडिय़ा नौहरा, नाईयों की बगीची सहित शहर के अनेक स्थानो पर चंग की थाप पर मेहरियों के साथ नाचते-गाते मस्तानों की टोलियों को देखने के लिए बड़ी संख्या में महिलायें एवं पुरूष तथा बच्चे उमड़ रहे थे। वहीं साण्ड चौक स्थित गींदड़ चौक तथा एक नं. रेलवे फाटक के पार स्थित गणेश मन्दिर के पीछे हो रहे गंीदड़ में नगाड़े की चोट पर झूमते हुए गींदड़ खेलते तरह-तरह के रूपों को अंगीकार कर गींदड़ खेलते रंगीलों को देखने के लिए लोग-दूर-दूर से उमड़ रहे थे। होली के दिन कस्बे के होली धोरा में होली मंगलाने से पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष डा. विजयराज शर्मा ने पं. सोमदत शर्मा के मंत्रोच्चारण के साथ होली की पूजा-अर्चना की।
तत्पश्चात होली धोरा सहित नगर के सभी मौहल्लों में अलग-अलग स्थानों पर होली का दहन किया गया। होली के दूसरे दिन सुबह से ही बच्चों सहित महिलाओं एवं पुरूषों ने एक-दूसरे के गुलाल लगाकर होली खेली। रंगों के बाद छोटों ने बड़ों से आर्शीवाद लिया तथा हमउम्र से रामा-श्यामा की।