किसान सभा कार्यालय में शनिवार को शहिद दिवस पर भगतसिह, राजगुरू, सुखदेव की शहादत को याद किया गया। इस मौके पर शहर के मुख्य मार्गो से एक रैली निकाली गई। रैली विभिन्न मार्गो से होते हुए उपखण्ड कार्यालय पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम 15 सूत्री ज्ञापन सौपकर शहिद दिवस पर राजकीय अवकाश घोषित करने की मांग की। ज्ञापन में बताया कि सभी को दो रूपये प्रति किलो अनाज उपलब्ध करवाने, 60 वर्ष के अधिक किसान व मजदूरों को प्रतिमाह महंगाई भत्ता व पेंशन देने, किसानों को कम ब्याज पर पांच लाख रूपये तक ऋण देने, खुदरा व्यापार में विदेशी निवेश बंद करने, ठेकेदारी प्रथा खत्म कर कर्मचारियों की भर्ती करने की मांग की है।
इस अवसर पर सुगनाराम रूलाणियां, त्रिलोकचंद मेघवाल, धर्मपाल चौधरी, रामनारायण रूलाणियां, रामकुमार, महेन्द्र गुलेरिया, बाबूलाल, मोहनलाल, नारायणसिह, प्रदीप टाक, बाबूलाल गोदारा, गोपाल मंड़ा, प्रेम शर्मा, श्रीराम जांगीड़, सावताराम दुसाद, रफीक खां, मुमताज खां, सतीश नाई रमेश गोदारा उपस्थित थे। इसी प्रकार किसान छात्रावास में शहिद भगतसिह की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित कर शहिद दिवस मनाया गया। श्रद्धांजलि सभा में सुमेर नेटवाल, प्रदीप जाट, शिवपाल भाकर ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि छात्र संगठन को मजबूत बनाने एवं भगतसिह के आदर्शो को जीवन में उतारे का आह्वान किया। इस मौके पर जितेन्द्र सामोता, परमेश्वर, रघुनाथ, जेठाराम, विक्रम बिजारणियां उपस्थित थे।
इसी प्रकार राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में भी शहिद दिवस मनाया गया। इस मौके पर प्राचार्य के जी शर्मा ने भगतसिह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर भगतसिह की शहादत को याद करते हुए आजादी में उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर छात्र संघ अध्यक्ष हितेश जाखड़, प्रो. बीएल प्रजापत, एसडी नेहरा ने विचार व्यक्त किए। छात्रों ने प्राचार्य को ज्ञापन सौपकर शिक्षा निदेशालय से 23 मार्च को राजकीय अवकाश घोषित करने की मांग की।