स्थानीय वेंकटेश्वर मन्दिर में बसन्त पंचमी से शुरू हुए ब्रह्मोत्सव के दूसरे दिन शुक्रवार को सुबह प्रात:पूजा, रक्षाबंधन, हवन ध्वजारोहण, उत्सव, तिरूमंजन (अभिषेक), वेद पाठ, भोग तथा शाम को भेरी पूजा, कुम्भ स्थापना, यज्ञशाला में हवन, सवारी, पाठ, भोग, आरती एवं गोष्ठी प्रसाद आदि धार्मिक अनुष्ठान दक्षिण भारतीय विद्वान पंडित कृष्ण कुमार भट्टर एवं उनके साथ आये पण्डितजनों द्वारा विधिविधानपूर्वक वेद मंत्रों की ऋचाओं की उच्चारण के साथ सम्पन्न करवाये गये।
वेंकटेश्वर फाउण्डेशन की ट्रस्टी मंजूदेवी जाजोदिया ने बताया कि गुरूवार को बसन्त पंचमी के अवसर 19 वें ब्रह्मोत्सव शुरू हुआ। गुरूवार को अनुज्ञा, मुत्तिका संग्रहण, अंकुरारोपण, विष्वसेन पूजा, वेद प्रबन्ध पाठ, प्रारम्भ पूजा आदि धार्मिक अनुष्ठान वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ सम्पन्न करवाये गये। जाजोदिया ने बताया कि ब्रह्मोत्सव को सफल बनाने के लिए मन्दिर के व्यवस्थापक मोहनसिंह राठौड़ की अगुवाई में कमलसिंह, नथमल शर्मा, शिवभगवान शर्मा सहित सभी कर्मचारी जुटे हुए हैं। जाजोदिया ने बताया कि पं. रमेश कुमार दाधीच एवं अन्य पण्डितजन ब्रह्मोत्सव के धार्मिक अनुष्ठानों में अपना सहयोग प्रदान कर रहे हैं।