ग्राम चरला में आयोजित शिविर में प्रमाण पत्र देते हुए उपखण्ड अधिकारी फतेह मोहम्मद

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प्रशासन गांवो के संग अभियान के दूसरे दिन ग्राम लुहारा में पांच महकमें का कोई भी प्रतिनिधि शिविर में नही पहुंचा। जिसके कारण गांवों की कई समस्याओं का समाधान नही हो पाया। शिविर प्रभारी बीदासर तहसीलदार रामसुख गुर्जर ने बताया कि शिविर दौरान एक बजे तक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, सैनिक कल्याण विभाग, खाद्य नागरिक एवं आपूर्ति विभाग, श्रम विभाग व खान विभाग के प्रतिनिधि नही पहुंचे। हालांकि तहसीलदार ने शिविर के दौरान मायक पर उद्घोष करके बार बार पुछा गया कि इन विभाग का कोई भी अधिकारी व कर्मचारी हो तो शिविर रजिस्टर में हस्ताक्षर करे।

तत्पश्चात शिविर का जायजा लेने उपखण्ड अधिकारी फतेह मोहम्मद व पूर्व प्रधान पुसाराम गोदारा पहुंचे। उपखण्ड अधिकारी ने शिविर की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुये महत्व पूर्ण कार्याे की जानकारी दी। पूर्व प्रधान पुसाराम गोदारा ने कहा कि गांव की चौपाल में सरकार का लवाजमा पहुंचा है इनका अधिकाधिक लाभ लेने का दायित्व ग्रामीण जन का है। तहसीलदार ने बताया कि शिविर में पट्टें 15 , विभाजन 6, मूलनिवास 50, जाति प्रमाण पत्र 65 , निशक्तजन प्रमाण पत्र 2 सहित विधवा पेंशन के प्रमाण पत्र जारी किये गये। इस अवसर पर सरपंच धापूदेवी बेनीवाल, विद्याधर बेनीवाल, प्रगति प्रसाद अधिकारी विद्याधर पारीक, रामकरण नायक, रामनाथ बेनीवाल, सुमेरसिह, भंवरलाल मेघवाल, कानाराम जाट ने विधवा पेंशन के पीपीओ वितरित किये। इसी प्रकार ग्राम चरला में आयोजित शिविर में ग्रामीणों को जन सैलाब उमड़ा।

शिविर में उपखण्ड अधिकारी फतेह मोहम्मद , तहसीलदार मूलचंद लूणिया, नायब तहसीलदार सुभाष चौधरी, विकास अधिकारी विक्रमसिह के सानिध्य में विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे। सरपंच मालाराम शेरडिय़ा ने अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए शिविर के उद््ेश्यों पर प्रकाश डाला। विकास अधिकारी विक्रमसिह राठौड़ ने बताया कि पेंशन 13, पुश्तैनी पट्टे 5, बीपीएल परिवार को पट्टे 15, जन्म मृत्यु पंजीयन 476 , पालनहार 2, नामान्तरण 45, जमाबंदी की नकल 20, विभाजन 5 जाति प्रमाण पत्र 30, मूल निवास प्रमाण पत्र 40 जारी किये गये। इस अवसर पर पंचायत समिति सदस्य रामसुख गोदारा, अमराराम, खीवाराम चाहर, भागूराम नायक, बीसीएमओं महेश वर्मा सहित अनेक अधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

36 वर्ष बाद हुआ शुद्धिकरण
शिविर के दौरान मूलाराम पुत्र पेमाराम जो पिछले 1976 से राजस्व रिकॉर्ड में अशुद्ध नाम चल रहा था जिसको दुरस्थ करवाने के लिए काफी प्रयास करने के बावजूद भी राजस्व रिकॉर्ड में पिता का असली नाम नही जोड़ पाया था। लेकिन सरकार द्वारा चलाये जा रहे प्रशासन गांवो के संग अभियान मूलाराम पुत्र पेमाराम के लिए वरदान साबित हुआ कि पिता का नाम पेमाराम की जगह पिछले 36 सालों से अन्नाराम खिला हुआ था जिसको राजस्व धारा 136 एलआर एक्ट के तहत प्रार्थना पत्र मिलने के साथ ही तहसीलदार मूलचंद लूणिया ने मूलाराम के पिता के नाम अन्नाराम के स्थान पर पेमाराम लिखने के आदेश दिये। वयोंवृद्ध मूलाराम की खुशी का उस समय ठिकाना नही रहा जबकि उसे 80 वर्ष की उम्र में पिता का सही नाम मिला।

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