आगामी 16 दिसम्बर को जयपुर में आयोजित होने वाले विप्र महाकुम्भ में शामिल होने के लिए विप्र फाऊण्डेशन के राष्ट्रीय संरक्षक रतन शर्मा ने आह्वान किया। कस्बे के स्टेशन रोड़ स्थित खाण्डल भवन में आयोजित सर्व विप्र समाज की बैठक में उपस्थितजनों को सम्बोधित करते हुए रतनगढ़ विधायक राजकुमार रिणवा ने ब्राह्मण अपने अहंकार का त्याग कर समय को पहचाने। ब्राह्मणों में आपस में चल रहे जाति भेद पर बोलते हुए रिणवा ने बदलते समय के साथ समझौता कर तथा अपने मतभेद भुलाकर संगठित होने का आह्वान किया। उन्होने कहा कि समाज में व्याप्त गंदगी को नष्ट कर समरसता को बनाये रखें।
अपने आपको पहचानने की अपील करते हुए रिणवां ने संतति को आध्यात्मिक बनाने का आह्वान किया। संरक्षक रतन शर्मा ने फाउण्डेशन की स्थापना से लेकर इसके अब तक के विकास एवं क्रिया कलापों के बारे में जानकारी देते हुए बताया विप्र फाउण्डेशन से अब तक 28 राज्यों में हजारों विप्र जुड़ चुके हैं। शर्मा ने कहा कि अपने ब्राह्मण होने पर गर्व करें। शर्मा ने महाकुम्भ को विप्र समाज के लिए नई क्रान्ति एवं नई दिशा देने वाला बताते हुए कहा कि महाकुम्भ में दो लाख से अधिक विप्र जुड़ेंगे। सम्भागीय प्रभारी राकेश लाटा ने महाकुम्भ के लिए बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया। राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष पशुपति कुमार शर्मा ने वर्तमान परिदृश्य में महाकुम्भ की आवश्यकता के बारे में जानकारी देते हुए विप्र एकता एवं अखण्डता पर बल दिया। अनुराग शर्मा ने महाकुम्भ की तैयारियों के बारे में जानकारी दी। जिला अध्यक्ष प्रमोद मिश्रा ने चूरू से हजारों ब्राह्मणों के जयपुर जाने की घोषणा की।
महाकुम्भ की तैयारी के लिए सुजानगढ़ शहर में चार प्रभारी मनोज तिवाड़ी, सुनील तिवाड़ी, राजकुमार नवहाल, मधुसूदन शर्मा को बनाया गया। घीसूलाल बागड़ा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में संयुक्त जिला सचिव श्रीकान्त ओझा, रामनिवास इन्दौरिया, कन्हैयालाल शर्मा लोढ़सर, महावीर प्रसाद उपाध्याय, वैद्य आत्माराम कौशिक, दानमल भोजक, नवरतन पुरोहित, पं. पूर्णाराम उपाध्याय, जयप्रकाश माटोलिया, मोहनलाल सारस्वत, प्रेम जोशी, दाऊलाल त्रिवेदी, महेश शर्मा, एड. सुरेश शर्मा, ओमप्रकाश माटोलिया, गिरीश महाराज सहित अनेक विप्रजन उपस्थित थे। बैठक का संचालन शैलेन्द्र लाटा ने किया।