स्थानीय सोनादेवी सेठिया कन्या महाविद्यालय में साहित्यकार आलोक खटेड़ ने मूल्यपरक शिक्षा पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षा में सहजता के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण में मिलजुल कर रहने की सीख देती है। शिक्षा के मुल्यों को जीवन में उतारने से मानव समुदाय का जीवन सुखद बन सकता है। महाविद्यालय की नव प्राचार्या मधु मंजरी दूबे ने कहा कि शिक्षा का जीवन में बहूत महत्व है, इसके बिना मनुष्य का जीवन अपूर्ण प्रतीत होता है।
निवर्तमान प्राचार्या सन्तोष व्यास ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिन प्राचार्या के रूप में अपने अंतिम उद्बोधन में छात्राओं को सम्बोधित करते हुए उनकी निरन्तर उन्नित एवं प्रगति की कामना करते हुए महाविद्यालय के नई बुलन्दियां छुने की कामना की। नव नियुक्त प्राचार्या मधु मंजरी दूबे का निवर्तमान प्राचार्या सन्तोष व्यास एवं प्रबन्धक एन.के. जैन ने माल्यार्पण कर एवं पुष्पहार भेंटकर अभिनन्दन किया। छात्रा परिषद की अध्यक्षा सरोज जानूं ने भी विचार व्यक्त किये। संचालन अर्चना रांकावत ने किया।