प्रशासन शहरों के संग अभियान में जनसमस्याओं के नि:शुल्क निराकरण करने के सरकार के दावे को बिजली विभाग नकार रहा है। अभियान के तहत आयोजित शिविरों में जनप्रतिनिधियों एवं राजनेताओं द्वारा कस्बे के विभिन्न वार्डों में क्षतिग्रस्त एवं क रंट आने वाले विद्युत पोलों को बदलने के लिए किये गये आवेदन के जवाब में विद्युत विभाग द्वारा पोल बदलने के शुल्क के रूप में हजारों रूपये के नोटिस पकड़ाये जा रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकार के आदेशानुसार प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत नगरपालिका द्वारा आयोजित शिविरों में पार्षद पवन महेश्वरी ने अपने वार्ड नं. 13 के डोसी चौक में विद्युत पोल बदलने के लिए विद्युत विभाग को लिखित में प्रार्थना पत्र दिया।
जिसके जवाब में विभाग द्वारा महेश्वरी को पोल बदलने में लगने वाले खर्च का 3609 रूपये का एस्टीमेट बनाकर भिजवा दिया गया। इसी प्रकार भाजपा नेता वैद्य भंवरलाल शर्मा ने शास्त्री प्याऊ के सामने गली में लगे पोल को हटाने के लिए विभाग को लिखा था। जिसके जवाब में विभाग ने उन्हे 14839 रूपये का एस्टीमेट बनाकर भिजवाया है तथा पूर्व पार्षद तनसुख प्रजापत ने वार्ड नं. 23 में पोल बदलने के लिए लिखा था तो विभाग ने उन्हे भी साढ़े आठे हजार रूपये का एस्टीमेट बनाकर भिजवा दिया है। विभाग द्वारा इस प्रकार एस्टीमेट बनवाकर भिजवाने से जनप्रतिनिधियों व राजनेताओं में आक्रोश है।
इनका कहना है:-
सार्वजनिक स्थानों पर लगे विद्युत पोल विभाग स्वयं हटाये।
रोहित गुप्ता
जिला कलेक्टर चूरू
पोल बदलना एवं पोल का स्थान बदलना दोनो अलग-अलग बात है। पोल बदलने का विभाग द्वारा कोई शुल्क नहीं लिया जाता है, जबकि पोल का स्थान बदलने का शुल्क लिया जाता है।
जसवन्तसिंह
कनिष्ठ अभियन्ता
जोधपुर विद्युत वितरण निगम