जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट को सुजानगढ़ के पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष हाजी गुलाम सादिक छिम्पा, पूर्व सचिव नरसाराम फलवाडिया ,गोपाल सोनी , सत्य नारायण खाखोलिया ने अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय खोलने की मांग पत्र द्वारा की । राजस्थान राज्य की स्थापना 1950 के पश्चात एवं स्वतंत्रता से पूर्व सुजानगढ़ बीकानेर रियासतकाल से एक अग्रणीय आनाजमंडी व् शहर रहा हैं । आज से 30 वर्ष पूर्व राज्य सरकार ने सभी मापदंड पूरा करने के कारण सुजानगढ़ में स्वविवेकानुसार मुंसिफ कोर्ट की स्वीकृति प्रदान की थी । जिसे प्रभावशाली एवं राजनेतिक पकड़ के लोगो ने एक साजिस के अंतर्गत अन्यत्र स्थानातरित करवा दिया । जिसका खामियाजा आज तक इस विधान सभा क्षेत्र को उठाना पड़ रहा हैं ।
सुजानगढ़ की जनसंख्या , राजस्व आय एवं समस्त संसाधन उपलब्ध होने के बावजूद पिछले 10-15 वर्षो में दलगत राजनीति एवं अपने राजनेतिक दबाव व् स्वार्थो के बीच छोटी छोटी तहसीलों में ए.डी .एम् .कार्यालय खोलकर सुजानगढ़ के साथ सोतेला व्यवहार किया हैं तथा 1.20 लाख जनता की उपेक्षा की हैं । समस्त आधारभूत प्रशासनिक संरचना एवं सुविधा उपलब्ध होने के बावजूद ए .डी . एम् . कार्यालय न खुलवाने से स्थानीय जन प्रतिनिधि के प्रति एक सवालिया निशान लगता हैं ।