राजस्थान गौरव महाकवि कन्हैयालाल सेठिया की चौथी पुण्य तिथी पर लाब्दी खां चौधरी फाउण्डेशन द्वारा आयोजित काव्य सुधा संगोष्ठी में मुख्य अतिथि तहसीलदार मूलचन्द लुणियां ने कहा कि सेठिया जी दर्शन और लोकचेतना के महाकवि थे। इस अवसर पर उन्होने अपनी एक गजल प्रस्तुत कर वाह-वाही लुटी। संगोष्ठी अध्यक्ष पूर्व प्राचार्य लीलाधर शर्मा ने सेठिया जी के अधूरे कार्यो पूरा करने का संकल्प लेने का आह्वान किया। संगोष्ठी में बी.जी. शर्मा, युवा साहित्याकार घनश्यामनाथ कच्छावा, युवा कवि हरिराम मेघवाल, गिरधर शर्मा, युवा गायक पंकज शर्मा ने विचार व्यक्त किये और काव्य रचनायें सुनाई। अशोक आर्य ने सेठिया जी की संगीतबद्ध रचनाओं को सुनाया। फाउण्डेशन के अध्यक्ष एड. सुल्तान खां चौधरी ने आयोजकीय पृष्ठभुमि पर प्रकाश डाला। हाजी शम्सूदीन स्नेही ने मंच संचालन के साथ – साथ सेठिया कजी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर शिक्षाविद् दुर्गादत शर्मा, एड. देवेन्द्रसिंह, सुनील भाटी, नरेश सोनी, रजिया बानो, मोहम्मद दयान, शशिकुमार शर्मा, अलादीन खां, आदित्य भाटी, जुहार खां, मो. ईशाक चौधरी, अनिता मेघवाल, अल्ताफ, खान, कादर खान, पटवारी असलम खान आदि उपस्थित थे।