
हजरत मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन व शहीदानी कर्बला खिराजे अकीदत देने के लिए ताजियादारी के क्रम में सददा आलम एवं पंज तन का जुलूस कस्बे के मुख्य बाजारों से निकाला गया। ताजियों के लाईसेंसदारों के नेतृत्व में निकाला गया जुलुस कस्बे के धिंगानिया बास अखाड़े से रवाना होकर गांधी चौक, घंटाघर, स्टेशन रोड़ होते हुए बिसायतियान अखाड़े पर पंहूचा। जुलूस में अखाड़ा तेलियान एवं काजियान भी सम्मिलित थे। शाम को महिलाओं ने मेहन्दी की रस्म अदा की। मेहन्दी की रस्म के दौरान महिलाओं ने चूरमा, छबील, सिरनी आदि लेकर मोहर्रम के रोजे पर चढ़ावा चढ़ाया।