निकटवर्ती ग्राम गोपालपुरा में पूर्व मंत्री एवं विधायक मा. भंवरलाल मेघवाल ने प्राथमिक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य केन्द्र के नये भवन की आधारशिला रखी। इस अवसर पर अर्हम आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामिणोंको सम्बोधित करते हुए पूर्व मंत्री एवं क्षेत्रिय विधायक मा. भंवरलाल मेघवाल ने कहा कि राज्य सरकार चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के प्रति सजग एवं संवेदनशील है। मेघवाल ने गत चार वर्षोँ में चिकित्सा के क्षेत्र में किये गये उल्लेखनीय कार्यों का वर्णन करते हुए बताया कि 11 करोड़ रूपये सुजानगढ़ विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य केन्द्रों के भवन निर्माण पर खर्च किये हैं तथा 15 सब सेन्टर खोले हैं और आगामी चुनाव से पूर्व 15 सब सेन्टर और स्वीकृत करवाऊंगा।
विधायक ने कहा कि काम करने के लिए इच्छाशक्ति होनी चाहिये। रोगी की सेवा को भगवान की सेवा के बराबर बताते हुए मेघवाल ने कहा कि राज्य एवं केन्द्र सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आमजन को लेना चाहिये। पूर्व प्रधान एवं जिप सदस्य पूसाराम गोदारा ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा आमजन तक चिकित्सा सुविधायें पंहूचाने की है। नर सेवा को नारायण सेवा बताते हुए उन्होने कहा कि मृत्यु दर में कमी हो। गोदारा ने कहा कि आमजन की अपेक्षा है कि सुविधा के साथ सुरक्षा हो। पानी, बिजली, शिक्षा एवं चिकित्सा को जीवन का आधार बताया। इससे पूर्व जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. अजय चौधरी ने चार वर्षों में चिकित्सा के क्षेत्र में किये गये विकास कार्यों एवं सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम में राधेश्याम अग्रवाल, जिला अध्यक्ष भंवरलाल पुजारी, पूर्व कृषि मण्डी अध्यक्ष सुरजाराम ढ़ाका, उपखण्ड अधिकारी फतेह मोहम्मद खान, तहसीलदार मूलचन्द लुणियां, पुलिस उपाधीक्षक नितेश आर्य, विकास अधिकारी विक्रमसिंह राठौड़, जलदाय विभाग के अधिशाषी अधिकारी जे.आर. नायक, ब्लॉक सीएमएचओ डा. महेश वर्मा मंचासीन थे। अतिथियों का स्वागत गोपालपुरा सरपंच अमराराम मेघवाल, पूर्व सरपंच ओमप्रकाश शर्मा, पंच दुर्गाराम मेघवाल, महन्त तनसुखदास महाराज, पूर्व सरपंच सविता राठी, पंच नरसाराम जानूं, पं. गोपाल शर्मा, पंच गोपालाराम, कन्हैयालाल छाजेड़ ने माला पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर नगर कांग्रेस अध्यक्ष रामवतार मंगलहारा, सरपंच केशूसिंह राठौड़, नारायणसिंह मुंधड़ा, लक्ष्मीनारायण मेघवाल, लक्ष्मीनारायण स्वामी, मोहनलाल सारस्वत, गजराज बगड़ा, प्रहलाद नाई, दीपाराम प्रजापत सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित थे। संचालन घनश्यामनाथ कच्छावा ने किया।