राजगढ़ में बसपा नेता मनोज न्यांगली पर हुए कातिलाना हमले में सांसद रामसिंह कस्वां एवं उनकी विधायक पत्नी कमला कस्वां के खिलाफ मामला दर्ज करवाने की स्थानीय जाट समाज ने कड़ी निन्दा की है। किसान छात्रावास में आयोजित जाट समाज की बैठक में उपस्थित जनों को सम्बोधित करते हुए सुभाष ढ़ाका ने कहा कि सांसद व विधायक को बेवजह फंसाया जा रहा है। भंवरलाल सामौता ने इसके विरोध में 23 नवम्बर शुक्रवार को किसान छात्रावास से पैदल रैली निकालकर उपखण्ड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने की जानकारी दी। जगदीश सेवदा ने कहा कि करणी सेना के लोग गलत बयानबाजी कर रहे हैं। ओमप्रकाश गोदारा ने कहा कि मनोज न्यांगली पर हुए हमले में निर्दोष नौ पुलिसकर्मियों को लाईन हाजिर किया है, उससे पुलिस की कमजोरी उजागर होती है।
गोदारा ने लाईन हाजिर किये गये नौ पुलिसकर्मियों के आदेश निरस्त कर उन्हे बहाल करने की मांग की है। सुजला महाविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष महेन्द्र गोदारा ने कहा कि सांसद रामसिंह कस्वां एवं विधायक कमला कस्वां को राजनीतिक द्वेषता के कारण फंसाकर उनकी छवि को धुमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। मदनलाल गुलेरियां ने कहा कि शराब एवं भुमाफिया की लड़ाई में अपने स्वार्थों की पूर्ति के लिए कुछ लोग जातिय द्वेषता फैलाकर लोगों को भ्रमित करके सांसद रामसिंह कस्वां को बदनाम कर वोटों की राजनीति कर रहे हैं।
बैठक में विजयपाल चाहर ने कहा कि अपने स्वार्थ के लिए कुछ लोग समाजों को आपस में लड़वाने की कोशिश कर रहे हैं। सुजला महाविद्यालय अध्यक्ष हितेष जाखड़ ने भी सम्बोधित किया। नानूराम घोल्डा ने रैली को सफल बनाने का आह्वान किया। बैठक में महेन्द्र डूकिया, कुम्भाराम डूकिया, रतनलाल ढ़ाका, गंगाधर मुंड, महेश गढ़वाल, भागीरथ डूकिया, ओमप्रकाश बिजारणियां, नेमीचन्द बेनीवाल, हरि जानूं, विक्रम बुरड़क, कैलाश, रणजीत राव, गणेश सीलू, गजानन्द कस्वां, सुनील पटेल, ओमप्रकाश सिहाग, प्रदीप डूकिया, रमेश राव सहित समाज के अनेक लोग उपस्थित थे। संचालन वार्डन बनवारीलाल कुल्हरी ने किया।