शोषण व अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने एवं हक के लिए लडऩे का आह्वान

स्थानीय सोनादेवी सेठिया कन्या महाविद्यालय के छात्रासंघ कार्यालय के उद्घाटन समारोह में उपस्थित छात्राओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं व्याख्याताओं को सम्बोधित करते हुए राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा प्रो. लाडकुमारी जैन ने स्त्री व पुरूष को सृष्टि का वाहक बताते हुए कहा कि बेटियों की अनदेखी पर तकलीफ होती है। उन्होने कहा कि लैंगिक भेदभाव पूरी दुनिया में भरा हुआ है तथा महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा मानवाधिकारों का उल्लंघन है। जैन ने कहा कि रामायण से लेकर आजतक केवल नारी ही अपनी पवित्रता एवं शुद्धता क्यों साबित करें? जैन ने छात्राओं विरोध करने की सीख देते हुए कहा कि लोग कहते हैं बलात्कार का कारण भड़काऊ कपड़े एवं पाश्चात्य संस्कृति है, तो मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि अबोध बालिका एवं वृद्ध महिला के साथ बलात्कार क्यों होता है? लैंगिक भेदभाव को छेड़छाड़ की वजह बताते हुए राज्य महिला आयोग अध्यक्षा ने कहा कि राजस्थान के सशक्त महिला आन्दोलन के कारण ही दुनियां में अनेक महिला कानून बने हैं।

मानसिकता में लगे ताले की चाबी शिक्षा को बताते हुए उन्होने शोषण व अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने एवं अपने हक के लिए लडऩे का आह्वान करते हुए सुरक्षा की गारन्टी नहीं दे सकने के कारण ही समाज ने महिलाओं विभिन्न प्रकार की पाबन्दियों से बांध दिया। जैन ने महिलाओं को सम्मान के साथ जीने का अधिकार बताते हुए कहा कि हक के लिए लडऩा व जीना आसान नहीं है। लाडकुमारी जैन ने छात्राओं से किसी लालच में गुमराह नहीं होने की अपील करते हुए कहा कि विगत 40 सालों में अनेक क्षेत्रों में विकास हुआ है और हम आगे बढ़े हैं, लेकिन बाल लिंगानुपात में निरन्तर कमी आई है। कन्या भ्रुण हत्या पर बोलते हुए उन्होने कहा कि तकनीक का इस्तेमाल किसी की जान बचाने के लिए होता है, जबकि आज इसका दुरूपयोग हो रहा है। नई मानसिकता का सर्जन करने का आह्वान करते हुए उन्होने कहा कि अपने हक व अधिकारों की जानकारी नहीं होने के कारण आधे अत्याचार होते हैं।

सामाजिक कार्यकर्ता डा. राजप्रभा पानगडिय़ा ने दे दो मेरे अधरों को ज्ञान स्वर से मां सरस्वती की वन्दना करने के बाद कहा कि अपने साथ होने वाले अन्याय के लिए ही नहीं अपितु दूसरे के साथ होने वाले अन्याय एवं अत्याचार का भी विरोध करें। पानगडिय़ा ने कहा कि अधिकार मांगना पड़ता है, बिना मांगे नहीं मिलता। कुछ मांगने के लिए कुछ खोना पड़ता है। उन्होने कहा कि हत्या हत्या ही होती है, चाहे वह पेट में पल रहे शिशु की हो या बाहर किसी इंसान की। इससे पूर्व प्राचार्या सन्तोष व्यास ने स्वागत भाषण के साथ आभार व्यक्त किया। राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा लाडकुमारी जैन ने फीता काटकर छात्रासंघ कार्यालय का उद्घाटन किया। समारोह में अतिथियों का स्वागत प्राचार्या सन्तोष व्यास, मैनेजर एन.के. जैन, छात्र संघ अध्यक्षा सरोज जानूं, छात्रसंघ अध्यक्ष हितेश जाखड़, प्रेम नेहरा ने अतिथियों का स्वागत माला पहनाकर, शॉल ओढ़ाकर एवं प्रतीक चिन्ह व श्रीफल भेंटकर किया। छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी।

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