स्थानीय अग्रसेन सत्संग भवन में गर्भस्थ शिशु संरक्षण समिति द्वारा आयोजित संगोष्ठी में विचार व्यक्त करते हुए समिति के प्रदेशाध्यक्ष रामकिशोर तिवाड़ी ने कहा कि बेटियों के प्रति सोच बदलने से ही कन्याभ्रुण हत्या जैसे पाप कर्म पर अंकुश लगेगा। तिवाड़ी ने संस्थागत जनजागृति के प्रयासों को गतिमान करने का आह्वान करते हुए कहा कि भ्रुण हत्या रोकने के लिए मौजूदा कानून अपर्याप्त ही नहीं अपितु दो संतान के कानून के कारण भ्रुण हत्या को अप्रत्यक्ष रूप से बढ़ावा मिल रहा है। संगोष्ठी को शाखाध्यक्ष करणीदान मंत्री व उपाध्यक्ष मांगीलाल पुरोहित ने सुजानगढ़ शाखा द्वारा किये जा रहे क्रियाकलापों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर हाजी शम्सूद्दीन स्नेही, मधुसूदन अग्रवाल, वैद्य घेवरचन्द गुर्जर, कमला शर्मा, डा. के.एल. सोनी, मदनगोपाल सोनी, मनोज तिवाड़ी, रामप्रसाद शर्मा, प्रेम जोशी, विष्णुदत भोजक व राकेश शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रमुख स्थलों पर होर्डिंग लगाने एवं वार्ड स्तर पर संगोष्ठियां आयोजित करवाने की बात कही।