राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत उप शाखा की ओर से दो दिवसीय 51 वें जिला स्तरीय शैक्षिक सम्मेलन का आयोजन शुक्रवार को स्टेशन रोड़ स्थित राजकीय पीसीबी उमावि में किया गया। जिप सदस्य पूसाराम गोदारा के मुख्य आतिथ्य में आयोजित सम्मेलन की अध्यक्षता संघ के जिलाध्यक्ष विजयपाल धुंआ ने की। जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में जेएनवी विश्वविद्यालय जोधपुर के प्रोफेसर नरपतसिंह शेखावत, बीईईओ रामनिवास घोटिया, एबीईईओ सूरजाराम डाबरिया, भंवरअली कुरेशी, प्रेमाराम बुगालिया मौजूद थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलीत कर किया गया। बाद में बालभारती शिक्षण संस्थान के बच्चों ने सरस्वती वंदना व स्वागत गीत प्रस्तुत किया। इस अवसर पर आंगतुक अतिथियों का माला, साफा पहनाकर व प्रतीक चिह्न भेंटकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर संघ के जिला उपाध्यक्ष सुरेश जानूं ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए जिप सदस्य पूसाराम गोदारा ने कहा कि शिक्षक समाज की रीढ़ होते हैं। बिना शिक्षा के कोई भी समाज आगे नहीं बढ़ सकता। उन्होंने कहा कि शिक्षक अपने अधिकारों के लिए आंदोलन करें, परंतु साथ में अपना दायित्व भी नहीं भूलें। पूसराम गोदारा ने कहा कि प्रदेश व केन्द्र सरकार ने शिक्षा जगत के उत्थान के लिए शिक्षा के अधिकार अधिनियम, जैसी कई कल्याणकारी योजनाओं को लागू कर समाज में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कृत संकल्पित है। समरोह के प्रमुख वक्ता नरपतसिंह ने कहा कि शिक्षों की महत्ता आदि काल से चली आ रही है जा ेकि ना कभी कम हुई है ओर ना ही कम होगी।
उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज, परिवार व संस्कृति का ध्यान रखें। उन्होंने महिला शिक्षा का बढ़ावा देंने की बात भी कही। इस अवसर पर रामनिवास घोटिया, सूरजाराम डाबरिया, भंवरअली सहित कई वक्ताओं ने अपने विचार प्रकट किए। अंत में अपने अध्यक्षीय उदबोधन में विजयपाल धुंआ ने सभी का आभार प्रकट कर धन्यवाद ज्ञापित किया। सम्मेलन के दौरान कई सेवानिवृत्त शिक्षकों को शॉल ओढ़ाकर व प्रतीक चिह्न भेंटकर सम्मान किया गया। इस अवसर पर रामनारायण पूनीयां, त्रिलोचंद कीलका, नेमीचंद बेनीवाल, आदूराम मेघवाल, भंवरलाल पांडर, रामलाल डूडी, कमल मीणा, परमाराम कुल्हरि, लक्ष्मण नायक, अशोकसिंह शेखावत रामचंद्र मांझू, प्रह्लाद नाई, रतनलाल स्वामी, लल्लूराम मीणा, बलदेव ढ़ाका, गिरधारी मील, चैनरूप चौधरी, बाबूलाल स्वामी, सम्पत शर्मा, छगनलाल, सुरेन्द्र कुमार, महेन्द्र किड़ौदा सहित जिले भर से आए हजारों शिक्षक मौजूद थे। समारोह का संचालन बनवारी लाल कुल्हरि ने किया।