समन्वय चार्तुमास के दौरान स्थानीय सिंघी जैन मन्दिर के परिसर में जैनाचार्य दिव्यानन्द जी महाराज निराले बाबा के सानिध्य में राधाष्टमी का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। निराले बाबा द्वारा किये गये मंगलाचरण से शुरू हुए कार्यक्रम में सत्यनारायण अरोड़ा ने राधाकृष्ण की प्रतिमा के समक्ष ज्योति प्रजवल्लित कर उनके श्रीचरणों में 56 भोग समर्पित किये। श्रीश्याम सखा मण्डल के नरेन्द्र काछवाल, जितेन्द्र दाधीच रामवतार मंत्री, नवरतन ने सुमधुर भजनों की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए निराले बाबा ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण और राधारानी का सम्बन्ध भावात्मक था और भावात्मक सम्बन्ध जन्म जन्मान्तर तक साथ चलता है। इस अवसर पर राधा कृष्ण वेशभुषा प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। जिसमें राधा कृष्ण स्वरूप में 54 प्रतियोगियों ने भाग लिया। कृष्ण वेशभुषा में प्रथम जय जालान, द्वितीय लोकांक्षी अरोड़ा, महक सोमानी, देवकान्त शर्मा, जैनिक अरोड़ा, रोहित सोनी, नीलम प्रजापत व राधारानी स्वरूप में प्रथम दिया सोनी, द्वितीय लोचन अरोड़ा, मिताली शर्मा, रिमझिम शर्मा, सौम्या सोनी, पूनम मोदी को चांदी के प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया जायेगा।