अणुव्रत समिति की ओर से रविवार को शासन गौरव साध्वी राजीमती के सानिध्य में दस्साणी भवन में अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. चंद्रभान शर्मा थे जबकि अध्यक्षता पूर्व विधायक रामेश्वर भाटी ने की व विशिष्ट अतिथि विजयंसिह बोरड़ थे। कार्यक्रम कर शुभारंभ महिला मंडल की बहनों द्वारा मंगलाचरण प्रस्तुत कर किया गया। इस अवसर पर साध्वी समताश्री ने अंहिसा गीता प्रस्तुत किया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता डॉ. चंनद्रभान शर्मा ने कहा कि अंहिसा को प्रशिक्षण के माध्यम से दिवंगत आचर्य महाश्रमण ने जन जन तक पहुंचाया। उन्होंने कहा कि आचार्य तुलसी द्वारा दिया गया अणुव्रत संदेश किसी जाति,समाज के बंधन का नाम नहीं बल्कि यह तो मानव मात्र की भलाई के लिए है। पूर्व विधायक रामेश्वर भाटी ने कहा कि हमारे मन में व्यक्तिगत आचरण पर विचार हो इसके बिना अंहिसा की बात बेमानी है।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए साध्वी राजीमती ने कहा कि अंहिसा की रक्षा बातें करने से नहीं अपितु इसे व्यवहार में जीकर ही हो सकती है। उन्होंने कहा कि अंहिसा के माध्यम से मानव महाव्रती बनें व अणुव्रती बनें जिससे संयमीत जीवन का प्रारब्ध होकर समाज की भलाई हो। उन्होंने कहा कि देश की राजनीतिक विरासत में समाधान देनें वाले ही आज सबके लिए समस्या बने हुए हैं,जिसके कारण अंहिसा का महत्व बढ़ गया है। इस अवसर कन्हैयालाल तूनवाल, सांवरमल जालान तनसुख लोढ़ा, सुनीता भूतोडिय़ा बाबूलाल फूलफगर, ,गजानंद गुर्जर, ,मोहनलाल सुराणा,विमला लोढ़ा,विजया रामपुरिया व भूपेन्द्रसिंह छाजेड़ उपस्थित थे।