स्थानीय दस्साणी भवन में मंगलवार को शासन गौरव साध्वी राजीमति के सानिध्य में सवंतत्सरी पर्व मनाया। इस अवसर साध्वी राजीमति ने हदप भर चल प्रवचन कार्यक्रम के दौरान मौजूद श्रद्धालुओं को संबेाधित करते हुए भगवान महावीर के जीवन कि बारे में बताते हुए कहा कि भगवान महावीर स्वामी बड़े ही करूणामय स्वभाव के थे । उन्होंने अनेक कठिन तपस्याएं करके मानव जाति को शांति ओर अहिंसा का संदेश दिया। जिसकी आज के दौर में महत्ती आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमारी रक्षा करने वाला दुसरा कोई नहीं होता है,हमें स्वयं अपनी रक्षा करनी पड़ती है। पाप से छुटकारा पाने का रास्ता स्वयं को ही चुनना पड़ता है। साध्वी ने कहा कि मानव जीवन कई तरह के ऊतार चढ़ाव से गुजरता है, जिसमें अहंकार को जीतने वाला मानव जीवन में सुख भोगता है। जिसके कारण जन्म मृत्यु के बंधन से मुक्त होकर मोक्ष की प्राप्ति करता है। इस अवसर पर विजयसिंह बोरड़, तनसुख लोढ़ा,धर्मेन्द्र फुलफगर, सुनिता भूतोडिय़ा रविन्द्र लोढा, बाबूलाल फुलफगर, संजय बोथरा, तनसुख बैद, सुशीला बैद, सहित लोग मौजूद थे।