उपखण्ड क्षेत्र में बुधवार सुबह से हो रही भारी बारिश के चलते एक दर्जन गांव जल मग्र हो गये है। अनेक गांवो में भारी बरसात से लोगो के मकान ढह गये। भारी बारिश से शहर की निचली बस्तियों में पानी भरने से कई घरो में पानी घूस गया। भारी बारिश होने से कार्यवाहक उपखण्ड अधिकारी मूलचंद लूणिया व प्रगति प्रसार अधिकारी विद्याधर पारीक ने कई गावों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। उपखण्ड अधिकारी ने बताया कि बुधवार को लोढसर, मलसीसर, कोलासर, बामणियां, खुड़ी , गुडावड़ी, शोभासर, मुरडाकिया में स्थिति चिन्ता जनक है। ग्राम खुड़ी के मांगीलाल ने बताया कि गांव में पानी की निकासी नही होने के चलते पूरा गांव जलमग्र हो गया व सौ से अधिक घरो में पानी भर गया। उन्होने बताया कि नोरंगसिह पुत्र दुलेसिह राजपुरोहित, माणकचंद पुत्र मोहनलाल अग्रवाल व आशाराम मेघवाल के मकान ढह गये जिन्हे राजीव गांधी सेवा केन्द्र में पनाह दी गई है।
सरपंच भंवरलाल टेलर व पंचायत समिति सदस्य नानूराम ढाका ने पीडि़त परिवारो के लिए खाद्य सामग्री की व्यवस्थाकर हालात का जायजा लिया। ग्रामीणो ने आरोप लगाया है कि बरसात की सूचना देने के लिए ग्राम सेवक को फोन किया तो उसका मोबाईल बंद मिला। इसी प्रकार गांव मालासी के सरपंच प्रतिनिधि हीरालाल मेघवाल ने बताया कि पूरा गांव भारी बरसात की चपेट में आ गया है। तीन जनरेटर लगवाने के बावजूद पानी की निकासी नही हो पा रही है। जिसकी सूचना प्रशासन को दे दी गई परन्तु कोई भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नही पहुंचा। उन्होने बताया कि गांव के मोडूराम लुहार, भंवरी देवी बेजारा, मोहनराम कोटवाल, कालूराम लुहार, बेगाराम बेजारा, नरेन्द्र कोटवाल, तुलछाराम बेजारा, मोहन लुहार व जगुराम बेजारा के मकान ढह गये। गांव दर्जनो मकानो में बरसात का पानी घूस गया। उन्होने बताया कि बामणिया में सात परिवार के मकान ढह जाने के कारण उन्हे धर्मशाला में रोका गया है।
कस्बें में शाम तक जारी बरसात के दौर के चलते कई निचली बस्तियों में पानी भर गया। वही पालिका प्रशासन के बरसात पूर्व की गई नालो की सफाई व पानी निकासी व्यवस्था की कलई खुल गई। बरसात के कारण गांधी चौक, स्टेशन रोड़, हरिजन बस्ती, नया बास, लाडनूं बस स्टेण्ड, नलिया बास, गांधी बस्ती, दुलिया रोड़, भोजलाई चौराहा व लाडनूं बाइपास सहित अनेको स्थानो पर दो-तीन फुट पानी भर गया। जिससे आवागमन प्रभावित हुआ।
allha pak ki rahamat hai ….