कस्बे के जागरूक लोगों ने नायब तहसीलदार को मुख्यमंत्री एवं भारतीय जीव जन्तु कल्याण बोर्ड के सचिव के नाम अलग-अलग ज्ञापन सौंपकर सुजानगढ़ की गोचर को अतिक्रमण से मुक्त करवाने की मांग की है। ज्ञापन में ग्राम ठरड़ा से जसवन्तगढ़ ताल तक नया बास स्टेडियम के पास गोचर भुमि जो गायों के चरने के लिए छोड़ी गई थी, में भुमाफिया द्वारा प्लॉट काटकर अवैद्य निर्माण करवाने की शिकायत की है। ज्ञापन में लिखा है कि गौचर में अवैद्य निर्माण से सरकार को अरबों रूपये का आर्थिक नुकसान पंहूचाया जा रहा है। ज्ञापन में भुमाफिया के साथ राजस्व अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया गया है।
ज्ञापन में लिखा हैकि गोचर में अतिक्रमण का दुष्परिणाम यह हुआ है कि आवारा पशु पशु आहार से वंचित एवं प्यास से पीडि़त है, वहीं गोचर में मकानों के निमार्ण के कारण निकलने वाले विभिन्न प्रजाति के सरिसृप को मार दिया जाता है या उनकी तस्करी की जाती है। आवारा पशु कस्बे के नया बाजार, नगरपालिका कार्यालय के सामने, सब्जी मण्डी, रोड़वेज बस स्टैण्ड एवं विभिन्न गलियों में प्लास्टिक की थैलियां एवं गन्दगी से पेट भरने का प्रयास करते रहते हैं। ज्ञापन में गोचर को अतिक्रमण से मुक्त करवाकर शीघ्र खाली करवाने और दोषियों के खिलाफ एल.आर. एक्ट के तहत कार्यवाही करने की मांग की है। सुवक सेवा समिति के महासचिव सुरेन्द्र भार्गव के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपने गये प्रतिनिधिमण्डल में ओमप्रकाश स्वामी, एड. तिलोकचन्द मेघवाल, मधुसूदन अग्रवाल, मूलचन्द रैगर, मुरली मनोहर, कमल पारीक सहित अनेक नागरिक शामिल थे।