पंचायतीराज के पंच रिढ की हड्डी है। पंचो बीना पंचायतीराज अधूरा है। यह उद्गार सोमवार को पंचायत समिति परिसर में एक दिवसीय पंचायतीराज रिफ्रेशर वार्ड पंच प्रशिक्षण शिविर में पूर्व प्रधान पुसाराम गोदारा ने व्यक्त किए। उन्होने कहा कि विकास की कड़ी में पंचो का महत्वपूर्ण भागीदारी है। पंचायतीराज में होने वाले कार्यो के लिए पंचो को सक्रिय व सजग व विभागो के संबंध में जानकारी आवश्यक है। सरकार इस लिए पंचो को भी सरपंचो की तरह प्रशिक्षण देकर उनके अधिकारो की जानकारी दे रही है। विकास अधिकारी विक्रमसिह ने कहा कि पंच ही ग्राम पंचायत की विकास की धूरी है।
पंच सतर्क होकर कार्य करेगे तो ग्राम पंचायत में विकास की कमी नही होगी। प्रगति प्रसार अधिकारी विद्याधर पारीक ने पंचो को प्रशिक्षण देते हुए बताया कि पांच विभाग सरकार ने ग्राम पंचायतो को सौपे है उनकी जानकारी पंचो को होना आवश्यक है। विभिन्न विभागो होने वाले कार्यो की जानकारी देते हुए विकास के लिए जनप्रतिनिधि सजग रहकर अपने दायित्व का निर्वाह करे। रामनारायण माचरा ने महिला संरक्षण, बालविवाह, दहेज प्रथा, महिला अत्याचार निवारण व भ्रूण हत्या जैसी कानूनो की जानकारी दी। श्यामलाल पारीक ने स्वच्छता अभियान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि लघु , सीमान्त , खेतीहर, मजदूर, एससी , एसटी एवं बीपीएल परिवारो को शौचालय निर्माण हेतु 4500 रूपये का अनुदान दिया जा रहा है। इस अवसर पर 20 ग्राम पंचायतो के पंच उपस्थित थे।