तहसील के सबसे बड़े राजकीय चिकित्सालय में भर्ती प्रसुताओं को पिछले एक पखवाड़े से दुध-दलिया नही मिल रहा है। जिसके कारण प्रसुताओं को बाहर से महंगी दर पर दुध खरीदना पड़ रहा है। राज्य सरकार ने सरकारी अस्पताल में होने वाली डिलेवरी पर जच्चा-बच्चा को नि:शुल्क दुध दलिया उपलब्ध करवाने की योजना शुरू की थी। लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के चलते प्रसुताओं को मिलने वाली सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है। सरकारी अस्पताल में भर्ती प्रसुता दुर्गा पुत्री अमरचंद निवासी परसनेऊ, सरोज निवासी छोटा खारिया, सबीना निवासी सुजानगढ ने बताया कि भर्ती हुए तीन दिन हुए है इन तीन दिनो के दौरान एक बार भी दुध दलिया नही मिला है। चिकित्सा प्रभारी शेरसिह राठौड़ ने बताया कि ठेकेदार का भूगतान नही होने के कारण ठेकेदार ने दुध दलिया बंद कर दिया है। इसके लिए संबंधित विभाग को अवगत करवाने के बावजूद भी स्थिति ज्यो की त्यो बनी हुई है। पिछले सप्ताह पूर्व शिक्षामंत्री मा.भंवरलाल मेघवाल अस्पताल निरीक्षण दौरान यह समस्या ऊभर कर आई थी पूर्व शिक्षामंत्री ने ठेकेदार को भूगतान करवाने के निर्देश भी दिए थे लेकिन परिणाम वही ढाक के तीन पात है।