
सुजानगढ तहसील के ग्राम मूंदड़ा में मंगलवार रात्रि को प्रशासन ने ग्रामीण चौपाल लगाकर लोगो की समस्या सुनी। ग्रामीण चौपाल में जिला कलक्टर विकास एस भाले व जिला प्रमुख श्रीमति कौशल्या देवी पूनियां के सानिध्य में आयोजित चौपाल में अनेक समस्याओं से त्रस्त ग्रामीणो ने ज्ञापन सौपकर व रूबरू होकर बिजली, नरेगा व रास्तो का विवाद के मसलो को रखकर समाधान की गुहार की। ग्रामीण चौपाल में पेमाराम पुत्र रामदेवाराम , खिवाराम, बनवारीलाल, नानूराम ने जिला कलक्टर को बताया कि सिंचित क्षेत्र के कृषि कनेक्शन के आवेदन 2008 में डिमांड नोटिश सहित 57 हजार रूपये जमा करवाने के बावजूद भी चार वर्ष बीतने के बाद भी कनेक्शन नही हो पा रहे है, किसानो की हालत बदसेबदत्तर बनती जा रही है। जिस पर जिला कलक्टर ने बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता चूरू ओपी चाण्डक को बुलाकर स्थिति से अवगत करवाया। जिला कलक्टर ने किसानो को आश्वस्त किया कि मार्च 2008 के सभी कृषि कनेक्शन 15 जुलाई तक करवाये जायेगे। जिसके लिए अधीक्षण अभियंता चूरू को निर्देशित किया है।
किसानो ने बताया कि बिजली के छोटे-मोटे समान के लिए सुजानगढ व तेहनदेसर जाना पड़ रहा है जबकि ग्राम मूंदड़ा में 33 केवी जीएसएस में छोटे-मोटे समान की उपलब्धता होनी चाहिए। जिस पर जिला कलक्टर भाले ने विद्युत विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर ग्राम भाषीणा में समान उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। पूर्व प्रधान पुसाराम गोदारा ने विद्युत का मामला उठाते हुए जिला कलक्टर को अवगत करवाया कि सुजानगढ तहसील की ढाणियो के बिजली कनेक्शन के लिए पांच हजार से भी अधिक आवेदन विद्युत विभाग में जमा हो चूके है जबकि राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत मात्र दो सौ कनेक्शनो की स्वीकृत मिली है जो ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। जिस पर जिला कलक्टर ने कहा कि योजना के द्वितीय फेज में 65 करोड़ के प्रस्ताव भिजवा दिये गये है। यह राशि आने पर सभी ढाणियों में कनेक्शन दिए जा सकेगे। ग्रामीणो ने पशु उपकेन्द्र का मसला उठाते हुए ग्रामीण चौपाल में बताया कि पशु उपकेन्द्र पर एक सप्ताह में दो दिन पशु सहायक आता है जिसके कारण ग्रामीणो व पशुपालको को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिस पर पशुपालक निर्देशक विजय मोहन चौधरी को जिला कलक्टर ने आवश्यक निर्देश दिए। ग्रामीणो ने पोस्ट ऑफिस में खातो में अनियमितता की शिकायत पर उन्होने नरेगा श्रमिको के खाते जीएसएस में ट्रांसफर करने तथा सहायक व्यवस्थापक की नियुक्त के संबंध सहकारी विभाग के सहायक रजिस्ट्रार को निर्देशित किया।
उपखण्ड अधिकारी चिमनलाल मीणा ने बताया कि जिला कलक्टर द्वारा चौपाल में दिए गए निर्देशो की पालना समयबद्ध रूप से करवाली जायेगी ओर कानूता के रास्ते के विवाद को मौका देखकर निस्तारण कर दिया जायेगा। ग्रामीणो ने ढाणियों के कनेक्शन के एवज में फाइल सहित चार सौ रूपये लेने ओर दो रूपये की रशीद देने का मुद्दा भी चौपाल में उठाया। जिस पर जिला कलक्टर ने गंभीरता से लेते हुए जांच के निर्देश दिए। इस अवसर पर प्रधान श्रीमति नानीदेवी गोदारा, चूरू प्रधान रणजीत सातड़ा, पूर्व संसदीय सचिव इन्द्रसिह पूनियां, एडीएम सत्तार खान, सीईओ राजेन्द्रसिह कविया, सीएमएचओं डॉ. अजय चौधरी, कोषाधिकारी परमेश्वर सिह, सुजानगढ तहसीलदार मूलचंद लूणिया, बीदासर तहसीलदार श्योराम वर्मा, विकास अधिकारी विक्रमसिह,प्रगति प्रसार अधिकारी विद्याधर पारीक, रामनिवास घोटिया, पूर्व सरपंच केशराराम गोदारा, पूर्व जिला परिषद सदस्य संजय पूनियां, सरपंच नारायणसिह, पंचायत समिति सदस्य सुखेन्द्रसिह सहित अनेक अधिकारी व जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण मौजूद थे।