शहंशाह-ए-गजल मेहंदी हसन के निधन पर कस्बे की गीत-संगीत से जुड़ी एवं स्वयंसेवी संस्थाओं ने शोक व्यक्त किया है। नगर की प्रमुख स्वयंसेवी संस्था दी यंग्स क्लब के सांस्कृतिक सचिव गिरधर शर्मा ने गजल सम्राट मेहंदी हसन के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए बताया कि अपनी पुरकशिश आवाज के जरिये गजल गायकी को नए मुकाम पर पंहूचाने वाले मेहंदी हसन ने गजल सम्राट के रूप में शोहरत हासिल की।
शर्मा ने बताया कि सुजानगढ़ के जाने-माने संगीतकार जमाल सेन ने अपने संगीत निर्देशन में फिल्म दायरा में मेहंदी हसन को गवाया था। इसी प्रकार लाडनूं रोड़ स्थित माधव आई.टी.आई प्रशिक्षण केन्द्र पर आयोजित शोक सभा में प्रेरणा संस्थान मंत्री यशोदा माटोलिया ने कहा कि गजल सम्राट मेहंदी हसन ने अपनी गायकी के दम पर अपने गांव लुणा सहित पूरे शेखावाटी क्षेत्र के साथ-साथ राजस्थान को पूरे विश्व में सम्मान जनक स्थान दिलवाया है। माटोलिया ने कहा कि संगीत सरहदों में नहीं बंधा होता है, ये तो सरहदों को पार कर दुश्मन को भी अपने सुर-ताल पर झूमने को विवश कर देता है। इस अवसर पर शहंशाह-ए-गजल मेहंदी हसन को दो मिनट का मौन रखकर श्रृद्धांजली दी गई।
इस अवसर पर वैद्य भंवरलाल शर्मा, माधव आई.टी.आई. के निदेशक जयप्रकाश शर्मा, हनुमान माली, जितेन्द्रसिंह राठौड़, कपिल कुमार, मुख्त्यार खान, खलील खान, शिवभगवान, गणेश माली, सावित्री शर्मा आदि उपस्थित थे। इसी प्रकार संगीत साधना संस्थान कार्यालय में मेहंदी हसन की स्मृति में आयोजित शोक सभा में गीतकार रफीक राजस्थान, शंकर करवा, सांवर प्रजापति, गंगाधर लाखन, विकास सोनी, जितेन्द्र दाधीच, प्रकाश सोनी, नन्दकिशोर चतुर्वेदी ने दो मिनट का मौन रखकर गजल सम्राट मेहंदी हसन को श्रृद्धांजली दी।