निकटवर्ती ग्राम बम्बु में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में पण्डित रामानन्द तीर्थ ने कहा कि रईश्व कण-कण में विराजमान है। आवश्यता है सच्ची श्रद्धा से देखने की। संगीतमय कथा के दौरान भजनो के सुर पर श्रोता भाव विभोर हो गये। इस अवसर पर शंकरलाल बोहरा, रामप्रसाद बोहरा, संतोष पारीक सहित आसपास के सैकड़ो महिला-पुरूष उपस्थित थे।