मुख्यमंत्री एवं पुलिस महानिदेशक के नाम उपखण्ड अधिकारी चिमनलाल मीणा को ज्ञापन सौंपकर मुकदमा नं. 142/2011 एवं 143/2011 में दुर्भावनावश एवं जानबुझकर गलत जांच कर निर्दोष लोगों को फंसाने के आरोप में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक एस.एन. खीची, पुलिस उपाधीक्षक नितेश आर्य एवं सीआई जगदीश बोहरा को बर्खास्त कर कार्यवाही करने की मांग की है।
उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपने गये प्रतिनिधिमण्डल में करणी सेना के प्रदेशाध्यक्ष श्यामप्रतापसिंह, दामोदरसिंह सांवराद, एड. रणजीतसिंह डीडवाना, धर्मेन्द्रसिंह बालसमन्द, परवेज अहमद बालिया, भाजपा नेता गिरधारीलाल दायमा, भवानीसिंह आसोटा, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ अध्यक्ष मुस्तकीन कुरैशी, सरपंच दीवानसिंह भानीसरिया, सरपंच प्रेमसिंह दूंकर, सरपंच राजेन्द्रसिंह, सरपंच मदनसिंह, मोरदीन खां, रावणा राजपूत सभा नागौर के जिलाध्यक्ष किशनसिंह सोलंकी, जागो पार्टी के ओमप्रकाश प्रजापत, पार्षद मनोज पारीक, प्रदीप टेलर, लीलाधर खण्डेलवाल, पूर्व पार्षद प्रकाश भार्गव, मो. सलाम खीची, पाण्डव सेना के शेरसिंह भाटी, पप्पूसिंह, सुरेश दर्जी, नेमीचन्द प्रजापत, मुन्नालाल प्रजापत, दिलीपसिंह, राजेश शर्मा, पूसदास स्वामी सहित सैंकड़ों लोग शामिल थे।