तेरापंथ धर्मसंघ के यशस्वी आचार्य महाप्रज्ञ की द्वितीय पुण्य तिथि शासन गौरव साध्वी श्रीराजीमती के सानिध्य में देस्साणी भवन में मनाई गई। साध्वी राजीमती ने महाप्रज्ञ के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके द्वारा साहित्य में संस्कृत भाषा के द्वारा ग्रंथो की रचना की गई। गुरूदेव द्वारा अहिंसा यात्रा सुजानगढ से आरम्भ की गई।
आचार्य महाप्रज्ञ के द्वारा अहिंसक चेतना का विकास प्रेक्षाध्यान जीवन विज्ञान अणुव्रत आदि को सम्पूर्ण मानव जाति के लिए कार्य किया । इस अवसर पर सीताराम दाधीच , सुभाष बेदी, महिला मण्डल की विमला लोढा, करूणाश्री आदि ने विचार प्रकट किया। रात्रि संगीत संध्या कार्यक्रम व सात दिन प्रेक्षाध्यान कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। कार्यक्रम का संचालन संजय चोरडिया ने किया।