आगामी 8 अप्रेल को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने वाली राजस्थानी धार्मिक फिल्म धन्ना जाट के प्रमोशन के लिए फिल्म के अभिनेता सन्नी अग्रवाल, निर्माता हरिप्रकाश नेहरिया व अभिनेता रमण अत्रे सुजानगढ़ पंहूचे। अरोड़ा ड्रीम होटल में आयोजित प्रत्रकार वार्ता में फिल्म के निर्माता हरिप्रकाश नेहरिया व अभिनेता सन्नी अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश के टोंक जिले के धुआंकलां गांव में करीब सात सौ वर्ष पूर्व हुए भगवान श्रीकृष्ण के भक्त धन्ना जाट के जीवन पर आधारित है, जिसकी प्ररेणा उन्हे अपने सीरियल की शुटिंग के दौरान एशिया की सबसे बड़ी सांचौर की पथमेड़ा गौशाला के संरक्षक गौऋषि दतशरणानन्दन जी महाराज ने दी।
सन्नी अग्रवाल ने बताया कि गाय हमारी पहचान है, जो अब अपनी पहचान खोती जा रही है। राजस्थान की संस्कृति को जीवित रखने और गाय को बचाने के उद्देश्य से इस फिल्म का निर्माण किया गया है। उन्होने कहा कि हमारा एकमात्र उद्देश्य यही है कि गाय के प्रति जागरूकता फैले और इसके लिए सामूहिक प्रयास जरूरी है। सन्नी अग्रवाल ने कहा कि जब तक हमारे मन में हमारी माटी, भाषा के प्रति लगाव नहीं होगा, तब तक राजस्थानी का विकास सम्भव नहीं है। उन्होने कहा कि फख्र से कहो कि मैं राजस्थानी हूं। राजस्थान जैसी संस्कृति दूसरे किसी प्रान्त की नहीं है।
लेकिन जिस प्रकार से हालात बदल रहे हैं, उनसे ऐसा लगता है कि एक ही प्रदेश में पता नहीं कितने राजस्थान बनने को तैयार है। राजस्थानी के प्रति अपने नजरिये में बदलाव लाने का आह्वान करते हुए सन्नी अग्रवाल ने कहा कि राजस्थानी भाषा में फिल्म बनान दुष्कर कार्य है, राजस्थानी फिल्मो के लिए वितरक, थियेटर नहीं मिलते और सरकार सब्सीडी के अपने वादे से मुकर जाती है।
अग्रवाल ने राज्य सरकार से राजस्थानी फिल्मों के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने और धन्ना जाट के समाधिस्थल को संरक्षित कर विकसित करने की मांग की है। निर्माता हरिप्रकाश नेहरिया ने कहा कि राजस्थानी के प्रति लगाव और इसके संरक्षण के उद्देश्य को लेकर नैतिक मुल्यों की रक्षा के संकल्प के साथ इस फिल्म का निर्माण किया है। रमण अत्रे व नागेश कुमार कौशिक ने भी विचार रखे। इस अवसर पर फिल्म धन्ना जाट के पोस्टर का विमोचन किया गया।