गत 16 मार्च को मेगा हाईवे के पास एक नोहरे में हुई महेश माली की हत्या के आरोप में गिरफ्तार आरोपी मुकेश उर्फ श्यामसुन्दर पुत्र जगदीश स्वामी व अतुल पुत्र हरिओम सोनी निवासीगण सुजानगढ़ को न्यायालय में पेश किया गया। जहां मामले की गम्भीरता को देखते हुए एसीजेएम न्यायाधीश विश्वबंधु ने आरोपियों को सात दिन के पुलिस रिमाण्ड पर सौंपे जाने के आदेश दिये। सनद रहे कि सीआई जगदीश बोहरा के नेतृत्व में एसआई राजेन्द्र गोदारा ने जाप्ते के आरोपियों को मंगलवार शाम नोखा रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया था।
सीआई जगदीश बोहरा ने बताया कि आरोपियों की लोकेशन नोखा आ रही थी, इसलिए नोखा में डेरा डालकर रखा और हावड़ा एक्सप्रेस से भागने की फिराक में नोखा रेलवे स्टेशन से दोनो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। महेश माली हत्याकाण्ड में गिरफ्तार आरोपियों से पुछताछ के बाद खुलासा करते हुए सीआई जगदीश बोहरा ने बताया कि मुख्य आरोपी मुकेश पुत्र जगदीश स्वामी निवासी सुजानगढ़ 6 मार्च को इटली से फ्लाईट पकड़कर 7 मार्च को सुबह करीब सात बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरा, जहां अतुल सोनी ने उसकी अगवानी की। एयरपोर्ट से बाहर आने के बाद मुकेश व अतुल जयपुर होते हुए सीकर पंहूचे, जहां सदीक कायमखानी ने पहले से ही किराये पर एक मकान ले रखा था। बोहरा ने बताया कि चोरी के मामले में मुकेश के वांछित होने व उसके खिलाफ वारन्ट जारी होने के कारण सीकर में मकान किराये पर लिया, ताकि किसी को भी मुकेश के इटली से आने की जानकारी नहीं हो।
पांच-सात दिन सीकर रहने के बाद 16 मार्च को एक गाड़ी किराये पर लेकर मुकेश, अतुल और सदीक सीकर से लाडनूं पंहूचे। जहां से रवि पंवार के साथ मोटरसाईकिल पर सवार होकर सुजानगढ़ आये और मेगा हाईवे स्थित नोहरे में पंहूचे। जहां पर आरोपियों ने शराब पी। उसके बाद अतुल व रवि को मुकेश ने हथियार लाने अपने घर भेज दिया। जहां से रवि व अतुल बेसबॉल बेट एवं गुप्ती लेकर नोहरे में पंहूचे और उसके बाद महेश माली को फोन कर डॉलर चेंज करने के बहाने मौके पर बुलवाया और उसके आने पर हथियारो से वार कर उसकी हत्या कर दी। बोहरा ने बताया कि मुकेश ने पुछताछ में बताया कि महेश को जान से मारने का उसका कोई इरादा नहीं था, वह तो उसके हाथ-पांव तोडऩा चाहता था, लेकिन हथियारों के अधिक वार होने के कारण महेश की मौके पर ही मौत हो गई। बोहरा ने बताया कि मुकेश ने बताया कि सीकर से रवाना होने के बाद उसने सदीक के जरिये राकेश सिंगोदिया से महेश के नम्बर लिये।
महेश की हत्या करने बाद चारों आरोपी मोटरसाईकिल पर सवार होकर लाडनूं पंहूचे। जहां से रवि मोटरसाईकिल पर वापस सुजानगढ़ आ गया और बाकी तीनों आरोपी लाडनूं से डीडवाना, सीकर होते हुए सिंघाना पंहूचे। सिंघाना पंहूचकर सैनी होटल में रूके और उसके अगले दिन 17 मार्च को जयपुर में पोलोविक्ट्री के पास एक धर्मशाला में रूके, 18 मार्च को नागौर रूके और फिर वहां से 19 मार्च को नोखा के पास मुकाम पंहूचे और वहां से ही नोखा, बीकानेर और देशनोक घुमते रहे। बोहरा ने बताया कि फरारी के दौरान आरोपियों ने सुजानगढ़ के एक-दो व्यक्तियों से सम्पर्क किया था तो उन्होने कहा बताया कि भाग जाओ। बोहरा ने बताया कि पुलिस अभी हत्या के कारणों के बारे में आरोपियों से पुछताछ कर रही है। हत्या के कारणों का शीघ्र ही खुलासा होने की सम्भावना है।
Sale sakal se hi GUNDE MAWALI najar arahe hain.
mar do salo ko
Are mujhe abhi mukesh ka facebook account mila , ye to 20 march tak facebook use kar raha tha,fir bhi police ne isko pakadne main itna time lagadiya wo isko asani se trace karsakte the.
yaha ki police ko abhi tak facebook se trace karne ke baare mai nahi pata.
gadhi chowk me sare aam fanssi dedo. cort poolish kuch nahi karegi cash chalta rahega. fansi dene per dusro ko shikh milegi
mukesh ka facebook id kya hai??
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