स्थानीय नाथो तालाब स्थित झूलेलाल मंदिर में चेटीचण्ड का महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। सिंधी समाज के लोगो द्वारा प्रभात फेरी निकाली गई। तत्पश्चात दोपहर में झूलेलाल मंदिर में लंगर प्रसादी का वितरण किया गया। इस अवसर पर समारोह आयोजित कर समाज की प्रतिभावान बालक-बालिकाओं को पुरस्कृत किया गया। शाम को झूलेलाल मंदिर से शोभायात्रा निकाली गई जो शहर के मुख्य मार्गो से होते हुए मंदिर पहुंची। इस अवसर सिंधी नवयुवक मण्डल के अध्यक्ष लक्ष्मण कुमार, खुशीरा चांदरा, नरेश जगवानी, कन्हैयालाल, कन्हैयालाल मूलचन्दानी, राजू, प्रेम प्रकाश तोलानी, दिनेश, दिलीप सेवकानर सहित सिंधी समाज के अनेक लोग उपस्थित थे। इसी प्रकार श्री रामगोपाल गाड़ोदिया आदर्श विद्या मंदिर में भगवान झूलेलाल जयन्ति पर्व भगवन्तीदेवी पारवानी की अध्यक्षता में मनाया गया। अतिथियो ने झूलेलाल का तिलकार्चन , पुष्पमाला व दीप प्रज्ज्वलन कर पर्व का शुभारम्भ किया।
भगवन्ती ने भगवान झूलेलाल के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भगवान झूलेलाल वरूण देवता के अवतार थे। उन्होने कलयुग में अवतार लेकर सिन्धु नदी के किनारे रहने वाले लोगो को राक्षस के अत्याचार से मुक्त कराया था। सिद्धार्थ लाटा ने बताया कि भगवान वरूण में सभी देवी देवताओं का निवास है इस लिए भगवान वरूण किसी एक धर्म या समुदाय में पूजनीय न होकर सभी धर्म व समुदाय में पूजनीय है। इस अवसर व्यवस्थापक पुखराज प्रजापत, प्रवीण शर्मा, नरेन्द्र शर्मा, मनीष शर्मा, रामपाल गोठवाल, व सभी आचार्यगण उपस्थित थे। कमल किशोर शर्मा ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।