स्थानीय सूर्य भगवान मन्दिर (माली समाज) के अध्यक्ष विक्रमसिंह चोबदार ने कहा कि वेलेन्टाइन डे पश्चिमी देशों का दिखावा है, जहां प्यार के नाम पर अश्लीलता होती है। प्यार कोई दिखावा नहीं है तथा ये सरे राह इजहार करने का नहीं है। अपने देश में प्यार को पवित्र माना जाता है, परन्तु पश्चिम देशो में प्यार के नाम पर अश्लीलता का खेल खेलते हैं।
अपने देश में स्त्री-पुरूष अग्नि को साक्षी मानकर फेरे लेते हैं तथा आजीवन साथ रह कर एक दूसरे के सुख-दु:ख बांटते हैं। परन्तु पश्चिमी देशों में कब शादी होती है और कब तलाक हो जाता है, उन्हे मालूम ही नहीं है। वेलेन्टाइन डे हमारी संस्कृति और सभ्यता को नुकसान पंहूचा रहा है। युवा वर्ग को चाहिए कि हमारी पावन संस्कृति को अपनाये तथा पश्चिमी संस्कृति को छोड़े।