कस्बे मे बाद नमाज ईशा मदरसा जामिआ हाशमिया अहले सुन्नत में मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मोहम्मद फजले हक कादरी के मुख्य आतिथ्य एवं पीरे तरीकत जहूर अली अशरफी की अध्यक्षता में आयोजित जश्ने रसूले हाशमी का नूरानी जलसे का आगाज तिलावते कुरान से हुआ। मदरसे के बच्चों ने हम्दो सना, नात शरीफ व बयानत की प्रस्तुतियां दी।
कारी तजम्मुल हुसैन ने दरबारे मुस्तफा का करीना कुछ और है…. सहित नातों का गुलदस्ता पेश किया। महमूद भाटी ने कलाम बनके नूर खुदा मुस्तफा आ गये मरहबा…. से महफिल को परवान चढ़ाया। मदरसा व्यवस्थापक सैयद जहूर अली ने प्रगति रिपोर्ट पेश की तथा कार्यक्रम में हिफ्ज, किरअत, नाजरा व तहतानियां दरजों के प्रथम, दूसरे व तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को पुरूस्कार प्रदान किये गये। मदरसा बोर्ड अध्यक्ष फजले हक ने कहा कि नबी ने अमन, भाईचारा व इंसानियत का पैगाम देने दुनिया में तशरीफ लाये हैं। इस अवसर पर मौलाना फजले हक, सैयद जहूर अली व सैयद मो. अयूब शहर काजी लाडनूं ने खैरूल बशर नामक पुस्तक का विमोचन किया। संयोजन कारी मंसूर आलम ने किया।