
संत रविदास की जयन्ति पर कस्बे के संत रविदास आश्रम से शोभायात्रा निकाली गई। रविदास आश्रम से शुरू होकर शोभायात्रा गंगा माई मन्दिर, नया बाजार, लक्ष्मीनाथ मन्दिर, अगुणा बाजार, घण्टाघर, दिखनादा बाजार, गांधी चौक, आथुणा बाजार फिर घंटाघर, शास्त्री प्याऊ होते हुए संत रविदास आश्रम पंहूची।
जहां सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया। शोभायात्रा में रथ पर भामाशाह लक्ष्मण बाकोलिया, पं. मोहनलाल पुजारी, बंशीलाल बाकोलिया विराजमान थे तो सुरजाराम डाबरिया, गणेश मण्डावरिया, बाबूलाल कुलदीप, सम्पत कासोटिया, छगनलाल बाकोलिया, भगवतीप्रसाद मण्डावरिया, पांचूराम मण्डावरिया, किशनलाल फलवाडिय़ा, मोहनलाल, बंशीलाल, डालाराम फलवाडिय़ा, कमल जाटोलिया, नेमीचन्द गुंसाईवाल, लक्ष्मण सिंघडिय़ा, लिखमाराम मण्डावरिया, ओमप्रकाश सिंघडिय़ा, किशन तुनगरिया सहित समाज के अनेक लोग शामिल थे।
शोभायात्रा में संत रविदास अमर रहे के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे तथा महिलाएं हरिकीर्तन करते हुए चल रही थी। इससे पूर्व संत रविदास आश्रम में आयोजित बैठक में संत रविदास के जीवन चरित्र पर वक्ताओं ने प्रकाश डाला। इस अवसर पर अपने माता-पिता की स्मृति में संत रविदास भवन में बरामदा व सीढिय़ों का निर्माण करवाने वाले भामाशाह लक्ष्मण बाकोलिया का सम्मान किया गया।