स्थानीय पंचायत समिति सभागार में प्रधान नानी देवी गोदारा की अध्यक्षता एवं जिला परिषद सदस्य पूसाराम गोदारा के सानिध्य में आयोजित पंचायत समिति की साधारण सभा की बैठक में उपखण्ड क्षेत्र की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं, पानी-बिजली को लेकर काफी हंगामा हुआ। विकास अधिकारी विक्रमसिंह राठौड़ ने सत्र 2012-13 का बजट अनुमोदन के लिए पेश 241 लाख के आय व्यय के लेखा जोखा प्रस्तुत किया गया। बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए प्रधान नानी देवी गोदारा ने कहा कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन का लाभ आ आदमी को समय पर मिल सके इसके लिए हर सम्भव प्रयास करें।
इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी चिमनलाल मीणा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा लागू की गई जनकल्याणकारी योजनाओं के सही क्रियान्वयन के मामलों में किसी प्रकार लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारी व अधिकारी अपनी जिम्मेदारी का गंभीरता से पालन करते हुए आमजन को योजनाओं का लाभ देने का सतत प्रयास करें। उपखण्ड अधिकारी सी. एल. मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री निशुल्क आवास व इंदिरा आवास के लिए आवेदन केवल इसी बजट सत्र में सात दिवस के भीतर करें।
इस अवसर पर गत बैठक के मुद्दों की समीक्षा करते हुए 60 वर्ष से ऊपर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को हटाने के मामले को लेकर प्रस्ताव पारित कर चर्चा की गई। बैठक में पश्चिमी क्षेत्र के किसानों की पाले से खराब हुई रबी की फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर जिप सदस्य व पूर्व प्रधान पूसाराम गोदारा ने कहा कि पाले से जीरा, राईड़ा, चना, मैथी इसबगोल व सरसों की 80 प्रतिशत के करीब नष्ट हुई फसलों की शीघ्र गिरदावरी करवाकर लघु व सीमांत कृषकों के साथ ही श्रेणी तय कर बड़े किसानों के लिए भी संभावित हिस्सेदारी के आधार पर मुआवजे की व्यवस्था हो। इस अवसर पर ईंयारा ग्राम पंचायत से महानरेगा के तहत भेजे गए मजदूरों के नाम हटाने का मुद्दा पंस सदस्य सोहनराम लोहमरोड़ ने उठाया।
बैठक में जिप सदस्य लक्ष्मीनारायण स्वामी, शोभासर सरपंंच लक्ष्मणराम मेघवाल, पंस सदस्य रामसुख गोदारा व विद्याधर बेनीवाल ने ग्राम पंचायतों में जवाबदेही सभा में सरकारी कर्मचारियों के शामिल नहीं होने का मामला गंभीरता से उठाया। इस अवसर पर जन्म मृत्यु पंजीयन कार्यशाला का आयोजन भी किया गया। जिसमें जिला सांख्यीकी अधिकारी रामकिशोर दाधीच ने इस विषय में जानकारी दी। बैठक के दौरान तहसीलदार महेन्द्रसिंह चौधरी,सीडीपीओ लीलावती,बीसीएम ओ डॉ.महेश वर्मा, प्रगति प्रसार अधिकारी विद्याधर पारीक, डॉ. सरोज छाबड़ा, बीईईओ खींवाराम मेहरड़ा, कृषि मंडी चैयरमेन प्रतिनिधि भंवरलाल ढ़ाका, क्षेत्रिय वन अधिकारी भंवरलाल सारण, अधिशाषी अभियंता जेआर नायक, पंस सदस्य प्रह्लादराम सैन, केवीएसएस चैयरमेन श्यामलाल झींझा, चौधरी दुर्गाराम, सरंपच संघ अध्यक्ष केसराराम गोदारा, मालाराम सेरडिय़ा, नारायणसिंह मूंधड़ा शिवकरण गोदारा व ग्रामसेवक संघ प्रतिनिधि हंसराज मीणा, संघ अध्यक्ष जीवणराम नेहरा सहित कई अधिकारी ,कार्मिक व सरपंचगण मौजूद थे।
मंगलवार को बजट की आम बैठक में बदहाल स्वास्थ्य सेवओं पर काफी हंगामा बरपा। पूसाराम गोदारा ने गांवों में स्थित सब सेंटरों पर मुख्यमंत्री मुफ्त दवा योजना के तहदवाईंयां उपलब्ध नहीं होने का मामला उठाते हुए कहा कि शीघ्र ही दवाओं की आपूर्ति हो संबंधित विभाग ऐसी व्यवस्था करे सरकार की योजनाओं की ढंग़ से पालना नहीं होने की स्थिति में सरकार की बदनामी होती है। पूसाराम गोदारा व सोहनराम लोहमरोड़ ने गत दिवस राजकीय बगडिय़ा अस्पताल में बेड नं. 16 पर भर्ती ग्राम सड़ू के एक दलित बालक को दवा नहीं मिलने पर किए गए फोन के मामले को लेकर उन्होंने बताया कि मेरे फोन करने पर उसकी दवाईंयां बंद कर दी गई।
इस पर बैठक में मौजूद बीसीएमओ महेश वर्मा को एसडीएम ने मामले की जांच के आदेश दिए व कहा कि इस तरह के मामलों में की गई कौताही पर अनुशासनात्क कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार की आमजन के हितों को ध्यान में रखकर शुरू की गई जेएसवाई, मुफ्त दवा योजना व हेपेटाईटिस बी टीकाकरण जैसी योजनाओं पर समुचित ध्यान दिया जाकर प्रभावी क्रियान्वयन हो ऐसी सुनिश्चितता जरूरी है। उन्होंने कहा कि शिशु जननी सुरक्षा योजना में भुगतान में लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं । अत: योजना के तहत लाभार्थी को शीध्र भुगतान करें।