
कस्बे में 2011 की विदाई एवं नववर्ष के आगमन की वेला के समय छ:-सात जनों ने प्रगति नगर में रहने वाले हंसराज मीणा के मकान पर गोलियां चलाकर कानून व्यवस्था मखौल उड़ाया। हंसराज मीणा पुत्र कल्याणमल मीणा निवासी जिला सवाईमाधोपुर हाल प्रगति नगर सुजानगढ़ ने बताया की शनिवार शाम को वह बीदासर गया हुआ था तथा वहां से रात को करीब साढ़े नौ बजे वापस आया।
जिसके बाद रूपाराम कस्वां व मनोज ढ़ाका का फोन आया की तुमने हनुमान कड़वासरा को गाली क्यों निकाली। जिस पर हंसराज ने गाली नकालने से इंकार कर दिया। इसके बाद रात को करीब पौने 11 बजे सफारी गाड़ी में मरे घर के सामने रूकी और उसमें से मनोज पुत्र गोपालाराम ढ़ाका निवासी सड़ू छोटी, हनुमान जाखड़ तेहनदेसर, रूपाराम पुत्र केशूराम जाट व मदन गोदारा जोगलसर, गैनाराम ढ़ाका सड़ू छोटी तथा नरपत गोदारा साण्डवा गाड़ी से नीचे उतर कर गालियां निकालने लगे।
तब अपने घर के बाहर खड़े सोहन लोमरोड़, दीपाराम गोदारा व जीवणराम नेहरा ने उनसे पुछा की तुम लोग हल्ला क्यों कर रहे हो। इस पर वे लोग वापस गाड़ी में बैठ गये तथा गली बंद होने के कारण गाड़ी को आगे ले जाकर मोडक़र वापस घर के आगे लाकर रोक दी और उससे उतर कर चार जने मेरे घर में प्रवेश कर गये। जिनमें रूपाराम कस्वां व हनुमान जाखड़ के हाथों में पिस्टल थी तथा नरपत व मदन के हाथों में लाठियां थी। जिनमें से हनुमान ने फायर किया। जिससे गोली घर कि सीढिय़ों पर लगे चौके से लगी और मदन व नरपत ने लाठियों से पड़ौसियों के दरवाजों पर मारी तथा गैनाराम गाड़ी के पास खड़ा था।
आरोपियों ने मीणा के घर के बाहर खड़ी इण्डिगो कार के बोनट पर भी लाठी से वार किया, जिससे गाड़ी का शीशा टूट गया और बोनट में मोच आ गई। मीणा ने पुलिस को बताया कि वह घर से बाहर आया तब तक आरोपी गाड़ी में बैठकर भाग चूके थे, अगर वह घर से बाहर पहले आ जाता तो वे लोग उसे जान से मार देते। रात में घटना कि सूचना मिलने पर थानाधिकारी सीआई जगदीश बोहरा ने मौके पर पंहूचकर वारदात स्थल कि जांच की और वहां से कारतुस के खोल को बरामद कर अपने कब्जे में ले लिया। सनद रहे की कस्बे में कुछ माह पूर्व भी भौजलाई चौराहे पर गोलियां चली थी जिसमें लाडनूं उपखण्ड अधिकारी के पुत्र सहित तीन जने घायल हो गये थे तथा गनोड़ा के शराब ठेके पर गोलियां चलाकर एक युवक की हत्या कर दी गई थी।