
अखिल राजस्थान पुजारी महासभा के सुजानगढ़ तहसील अध्यक्ष कुन्दनमल स्वामी के नेतृत्व में पुजारी समाज ने तहसीलदार महेन्द्रसिंह चौधरी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर डोली भुमि की कृषि भुमि में पुजारी काश्तकारों के नाम राजस्व अभिलेखों में पुन: दर्ज करने की मांग की है। महंत तनसुखदास स्वामी, के सानिध्य में पवन स्वामी, गोपालपुरा के गणपतदास स्वामी, मोहनदास, नेमीचन्द स्वामी, रामगोपाल स्वामी, गुलाबदास स्वामी, खेमचन्द स्वामी, महावीर स्वामी, भंवरदास स्वामी, किशोर स्वामी, सत्यनारायण स्वामी, जगदीश प्रसाद, शंकर स्वामी, श्रवण स्वामी, पूरणदास, हरिदास, कमलकुमार स्वामी, हनुमानप्रसाद स्वामी सहित अनेक लोगों द्वारा सौंपे गये ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि प्रदेश में करीब 8 लाख पुजारी वर्ग के परिवार है, जो अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल है।
ज्ञापन में लिखा है कि तत्कालीन राज्य सरकार ने 1991 में एक आदेश जारी कर कृषि भुमि के राजस्व अभिलेखों से पुजारी काश्तकारों के नाम हटा दिये थे। उसके बाद 2003 में सम्पूर्ण डोली से शेष बचे पुजारियों के नाम भी हटा दिये और सैंकड़ों वर्षों से जिस भुमि पर पुजारी काश्त करता था, उसी से से काश्तकारी अधिकारों से वंचित कर दिया गया।