स्थानीय उपखण्ड कार्यालय के समक्ष भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने किसानों की विभिन्न मांगो को लेकर शुक्रवार को सैंकड़ो किसानों के साथ धरना दिया। धरने के बाद किसानों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर स्वामीनाथन कमीशन की रिपोर्ट को लागू किये जाने, प्रदेश में बढ़ती मंहगाई, विद्युत कटौती, किसानों को खाद की अनुपलब्धता जैसी अनेक समस्याओं के समाधान की मांग की।
धरने को सम्बोधित करते हुए पूर्व मंत्री खेमाराम मेघवाल ने कहा की प्रदेश की कांग्रेस सरकार के शासन में गांव, गरीब और किसान को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। समय पर किसानों को पूरी बिजली नहीं मिल रही है। जिससे उनकि फसलें बर्बाद होने के कगार पर है। मेघवाल ने कहा की वर्तमान समय में किसानों की खस्ताहाल चरम सीमा पर है और जिसकी जिम्मेदार केवल कांग्रेस सरकार है। मेघवाल ने कहा की गहलोत सरकार के कार्यकाल में किसानो को प्रयाप्त मात्रा में बिजली व पानी नही मिलने से किसानो कि हालात बिगड़ रही है।
ज्ञापन उल्लेख किया है कि किसानो को उपजाऊ फसलो का उचित मुल्य नही मिल रहा है तथा यूरिया खाद, बीज, पैस्टीसाइड की लगातार बढ रही किमतो व प्राकृतिक आपदाओ से फसल खराब होने के कारण खेती घाटे का काम होने लगा है। किसान कर्जे में डूब रहे। इस अवसर पर पूर्व विधायक रामेश्वरलाल भाटी ने कहा कि किसान पिस रहा है और सरकार चैन कि नींद सो रही है, ऐसे में किसान चुप नहीं बैठेगा। ग्रामीण क्षेत्र से आये किसान लादूराम ने कहा कि गांवो में जहां यूरिया खाद की कमी सता रही है वहीं बिजली का अभाव किसानों पर पहाड़ बनकर टूट रहा है। जो सरकार मूलभूत सुविधाएं भी सही तरीके से जनता को उपलब्ध नहीं करवा सकती वो सरकार शासन क्या करेगी।
कार्यक्रम में ऑल इंडिया रिटायर्ड बैंक एम्पलॉईज एसोसियेशन के चूरू जिलाध्यक्ष सीताराम गहलोत, किसान मोर्चा में अध्यक्ष रामप्रताप बीडासरा, कानाराम कांटीवाल, बुद्धिप्रकाश सोनी, गणेश मण्डावरिया, गणपतराम डोकीवाल, प्रहलाद जाखड़, पार्षद पवन कुमार महेश्वरी, मांगीलाल भामू, मनोज पारीक, दीनदयाल शर्मा, हेमराज माली, शैलेन्द्र लाटा, महिपाल ढाका, जगदीशप्रसाद सेवदा, हरिप्रसाद शर्मा, दुर्गासिह राठौड, रामनिवास ढुकीया, श्रवणसिह, प्रहलाद जाखड़, दुर्गादास स्वामी, पन्नेसिह, भंवरलाल सारोठिया, मोहनलाल स्वामी, भंवरूखां, रूपसिह, रामस्वरूप, महेन्द्र ढुकीया, गणपतदास स्वामी, बजरंगसिंह गोदारा, एड. रामसिंह सोनियासर, एड. भीमसिंह, लालूराम लोहमरोड़, रूपचन्द तेतरवाल, सम्पतसिंह मींगणा सहित उपस्थित सैंकड़ो किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विभिन्न समस्याओं के समाधान की मांग की।