स्थानीय पंचायत समिति सभागार में पंचायत समिति की साधारण सभा की बैठक प्रधान नानीदेवी गोदारा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में इन्दिरा आवास की किश्त नहीं मिलने, घटिया निर्माण के कारण गारन्टी समय में टूटे कुण्डों के जिम्मेदार ठेकेदार का भुगतान रोकने और जांच करवाने के साथ ही पानी बिजली एवं राष्ट्रीय कार्यक्रम जनगणना पर चर्चा की गई। बैठक में पानी के मुद्दे पर चर्चा करते हुए लुहारा सरपंच विद्याद्यर बेनीवाल, नौरंगसर सरपंच एड. हरिश्चन्द्र पारीक ने कहा कि एक ही मुद्दे और जनसमस्या को बार-बार बैठकों में उठाने से अब उन्हे शर्म आने लगी है।
जब सदन के पटल पर रखे गई जनसमस्याओं का समाधान सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों द्वारा नहीं किया जा रहा है तो हमे बैठकों में क्यों बुलाया जाता है और अगर बुलाया जाता है तो हमें पहले से ही कह दें कि पानी-बिजली की समस्याओं को बैठक में नहीं उठायें। दोनो सरपंचों ने कहा कि बैठक में जनसमस्यायें उठाने के लिए आते है न कि एक प्लेट नाश्ते के लिए। जब उनका ही समाधान नहीं होता है तो फि र बैठक में हमारे आने का औचित्य ही क्या है? तहसीलदार महेन्द्रसिंह चौधरी ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए सभी विभागों के उपस्थित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये कि बैठक में जनप्रतिनिधियिों द्वारा उठाई जाने वाली जनसमस्याओं का समाधान आप के द्वारा दिये जाने वाले समय में किया जावे तथा आगामी बैठक में जनसमस्याओं के समाधान को लेकर की गई कार्यवाही की प्रगति रिपोर्ट बैठक में प्रस्तुत करें।
बैठक में जिप सदस्य पूसाराम गोदारा ने तहसील के बडाबर, टांडा, बिलासी, भानीसरिया, अणखोल्या, डूंगरास अगुणा, खुड़ी, बामणियां, गोपालपुरा, सुरवास, देवाणी में पानी नहीं आने के मुद्दे को उठाया। जनप्रतिनिधियों ने बाढ़सर, चरला के ट्यूबवैल के बिजली कनेक्शन से नहीं जुडऩे तथा मारोठिया स्कीम की तीन किलोमीटर तक की पाईप लाईन के चौक होने, मालकसर में दो महीने से ट्यूबवैल के खराब होने के मुद्दों को उठाया। सरपंच भुराराम प्रजापत ने कहा कि लालपुरा में छ: महीनों से पानी नहीं आ रहा है। लुहारा सरपंच विद्याद्यर बेनीवाल ने सदन में जानकारी दी कि गेड़ाप में ट्यूबवैल बने चार साल हो गये, उसके कनेक्शन हो गया तथा उसे हौद से जोड़ा जा चूका है, लेकिन आज तक एक लोटा पानी की सप्लाई नहीं हुई।
बेनीवाल ने सारंगसर में स्वीकृत सिंगल फेस ट्यूबवैल के नहीं बनने के मुद्दे को भी उठाया। एक जनप्रतिनिधि ने कहा कि वर्ष 2008 तक के आवेदनकर्ताओ के नाम बिजली विभाग नोटिस जारी कर सामान ले जाने के लिए कहता है, जबकि विभाग के कार्यालय पंहूचने पर वहां सामान ही उपलब्ध नहीं होता है और आवेदनकर्ता को निराश लौटना पड़ता है। बैठक में जनगणना पर चर्चा करते हुए रामसुख गोदारा, नानूराम ढ़ाका सहित अनेक जनप्रतिनिधियों ने कहा कि जनगणना सही तरीके से नहीं हो रही है तथा बीच में छुट जाने वाले परिवारों को उसमें नहीं जोड़ा जा रहा है। जिस पर जिप सदस्य पूसाराम गोदारा ने कहा कि जातिगत, आर्थिक आधार पर हो रही जनगणना से ही बीपीएल सूची तैयार होगी। लेकिन इसमें सम्बन्धित एजेन्सी द्वारा प्रगणको के साथ जिन लड़कों को पीसी कम्प्यूटर दिये गये हैं वे सब अनाड़ी है। गोदारा ने एनजीओ के प्रतिनिधि को निर्देश दिये कि अपने प्रगणकों व पीसी ऑपरेटरों को निर्देश दे कि छुटे घरों व परिवारों को इसमें जोड़ें। तहसीलदार महेन्द्रसिंह चौधरी ने कहा कि जनगणना कार्यक्रम में सरकार के निर्देश मिलने के बाद स्थानीय तथा उच्च प्राथमिक स्तर के अध्यापकों को हटाकर माध्यमिक स्तर के अध्यापकों को लगाया गया है तथा उन्हे भी जहां वे कार्यरत है वहां नहीं लगाकर निकटतम दूसरे गांव में लगाया गया है।
जबकि सम्बन्धित एजेन्सी द्वारा पीसी ऑपरेटरों को उसी गांव में लगाया गया है, जहां के वे निवासी है, जो कि सरकार के निर्देशों की अवहेलना है। जिसके परिणामस्वरूप एक दो जगहों से पीसी ऑपरेटरों द्वारा प्रगणकों को धमकाने की शिकायतें भी मिली है। चौधरी ने कहा कि सरकार की प्रत्येक योजना का एक ही ध्येय होता है कि पात्र व्यक्ति उससे वंचित नहीं रहना चाहिए तथा अपात्र बढऩा नहीं चाहिए। तहसीलदार ने एनजीओ के प्रतिनिधि को पीसीऑपरेटरो को छुटे हुए घर व परिवारों को कैसे जोड़ा जायेगा इस बारे में उन्हे बताया जावे, क्योंकि पीसी ऑपरेटरों का कहना है कि उन्हे छूटे हुए नाम जोडऩे के बारें में उन्हे जानकारी नहीं है। बैठक में कानून व्यवस्था पर चर्चा करते हुए सोहन लोमरोड़, रामसुख गोदारा ने कहा कि सरकारी मुकदमों के प्रति पुलिस गंभीर नहीं है। जनप्रतिनिधियों ने ऊंटालड़ के ट्रांसफार्मर से तेल चोरी होने तथा आई टी सेन्टरों से सामान चोरी होने के मामलों की जांच में पुलिस द्वारा शिथिलता बरते जाने का आरोप लगाया। बैठक में पंचायत समिति सदस्य प्रहलाद नाई, शोभासर सरपंच लक्ष्मीनारायण मेघवाल, मालाराम सेरडिय़ा, रामकरण, नारायणसिंह मुंधड़ा, महेश तिवाड़ी, शिवकरण गोदारा, कन्हैयालाल शर्मा, केशराराम गोदारा सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।