मुस्लिम भाइयो के आज मुहर्रम का त्यौहार हैं जो की कर्बला के शहीदों की कुर्बानी की याद में मनाया जाता हैं । सुजानगढ़ में मुहर्रम के दिन 4 ताजिये निकाले जायंगे जिनका निर्माण कारीगरों ने रात-दिन मीलकर अपनी कड़ी मेहनत से तैयार किया हैं । 40 सालों से ताजियों का निर्माण कर रहे धिन्गानिया बास के शहरवाला के नाम से मशहूर कारीगर मंग्तुदीन ने बताया की जो तेलियान समाज का मुहर्रम हैं वो सबसे सुंदर होगा उसका निर्माण 5 हिस्सों को जोड़ कर करीबन 12 फुट ऊंचाई का बनाया गया हैं ।
सोमवार की रात को सभी ताजिये अपने अखाड़ो से निकल कर सुजानगढ़ के बाजारों से होते हुए वापस अपने अपने अखाड़ो में लोट आयंगे फिर मंगलवार की सुबह 11 बजे अपने अखाड़ो से उठ कर सुजानगढ़ के बाजारों से होते हुए घंटाघर पहुँच कर चारो ताजिये एक साथ हो जायेंगे फिर सूर्यास्त से पहले सभी ताजियों को दफना दिया जायेगा ।