सुजानगढ़ सीआई जगदीश बोहरा सहित एक दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ जमीन पर जबरन कब्जा करने का प्रयास करने, आगजनी करने, लज्जा भंग करने तथा मारपीट करने के आरोप में स्थानीय एसीजेएम न्यायालय में इस्तगासा दायर कर परिवादी गीगराज पुत्र मोहनलाल जाति माली निवासी इन्द्रगिरी आश्रम के पास सुजानगढ़ ने न्याय की गुहार लगाई है। इस्तगासे के अनुसार परिवादी गीगराज पुत्र मोहनलाल जाति माली ने लिखा है की वह जन्म से ही इन्द्र बाबा की बगीची के पास वार्ड नं. 3 में स्थित अपने कब्जेशुदा खेत खसरा नं. 559 तादादी 2 बीघा 11 बिस्वा में ढ़ाणी बनाकर रह रहा है, जिसका उसने पंसारी बनियों से मुकदमा लडक़र तथा अकेले कब्जा हासिल किया है।
इस्तगासे में परिवादी ने लिखा है की रविवार सुबह जब वह मजदूरी करने के लिए घर से बाहर गया हुआ था, तब आरोपी कानाराम, संग्राम व सोहनलाल पुत्रगण गणपतराम लोहमरोड़, ओमप्रकाश पुत्र नानूराम गोदारा, लक्ष्मीनारायण पुत्र जालुराम जाट , नेमीचन्द बेनीवाल पुत्र मोटाराम जाट, रघुनाथ डूडी पुत्र पूर्णाराम जाट, बनवारीलाल कुल्हरी, मुन्नालाल पुत्र मांगीलाल प्रजापत, नेमीचन्द प्रजापत, खींवाराम घिंटाला पुत्र मांगीलाल जाट, रामनिवास पटेल पुत्र मदनलाल पटेल, जगदीश बोहरा सीआई सुजानगढ़ एवं 15-20 अन्य व 4-5 पुलिस वाले दो डम्फर, 3 ट्रैक्टर, एक जेसीबी मशीन, 7-8 बोलेरो, स्कोरपियो व जीपों तथा करीब 10 मोटरसाईकीलों पर सवार होकर उसके घर व जमीन पर आपराधिक आशय से आये। सूचना मिलने पर परिवादी व उसके रिश्तेदार मौके पर पंहूचे तो माहौल को बिगड़ता देखकर पुलिस वाले परिवादी व उसके भाई शंकरलाल को थाने ले गये।
इस्तगासे में आरोप है की थाने ले जाकर सीआई जगदीश बोहरा ने गालियां निकालते हुए परिवादी के साथ मारपीट करते हुए धमकी दी की तुम्हे हवालात में डाल दूंगा और तुम्हारी जमीन पर कब्जा करवा दूंगा। आरोपियों द्वारा परिवादी को परिवार सहित जान से मारने की थाने में ही धमकी देने के आरोप का भी इस्तगासे में उल्लेख किया गया है। शाम को थाने से वापस आने के बाद रविवार रात को ही आरोपीगण एक पिकअप में लोहे के पाईप व टेण तथा 10-12 ट्रैक्टर व दो डम्फर व 10 छोटी-बड़ी गाडिय़ां व 19-15 मोटरसाईकिलों पर सवार होकर बन्दूक, तमंचे चाकु, लाठियां, लोहे के सरिये के लेकर परिवादी की जमीन पर आये और जमीन पर परिवादी द्वारा की गई तारबन्दी व पट्टिया उखाडक़र मौके से शीशम के पेड़ों को ट्रैक्टरों में डाल लिया तथा परिवादी और उसके बच्चों तथा पत्नी के साथ मारपीट की। इस्तगासे में लिखा है की थाने फोन कर सीआई जगदीश बोहरा से मदद की गुहार लगाई। जिस पर उल्टे सीआई ने आरोपियों को शह देते हुए कहा की परिवादी के घर को जला दो और इसे तथा इसके परिवार को समाप्त कर दो, थाने में मैं देख लूंगा। इस्तगासे में आरोप है की सीआई जगदीश बोहरा की आरोपियों सांठ-गांठ है तथा एक मंत्री व लाडनू का एक पूर्व प्रधान पर्दें के पीछे रहकर आरोपियों की मदद कर रहे हैं और पूरे कार्य का संचालन कर रहे है।
अस्थाई निषेधाज्ञा के आदेश
उक्त जमीन के मामले में परिवादी गीगराज पुत्र स्व. मोहनलाल जाति माली द्वारा उपखण्ड न्यायालय में गुहार लगाने पर उपखण्ड न्यायाधीश सी.एल. मीणा ने आगामी आदेश तक वादगत भूमि खसरा नं. 559 तादादी 2 बीघा 11 बिस्वा रोही सुजानगढ़ के रिकार्ड व मौके की यथा स्थिति बनाये रखने के आदेश दिये हैं।
मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
परिवादी गीगराज माली ने मुख्यमंत्री के नाम उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर कृषि मंत्री हरजीराम बुरडक़, उनके लडक़े व पूर्व प्रधान जगन्नाथ बुरडक़, संग्राम लोहमरोड़, सोहनलाल लोहमरोड़, कानाराम लोहमरोड़, ओमप्रकाश गोदारा, रघुनाथ डूडी, खींवाराम घिंटाला, रामनिवास पटेल पर जमीनों का व्यापार करने तथा गरीब किसानों की जमीने हड़पने तथा कृषि भुमि पर अवैद्य कोलोनियां काटने और कृषको को बेरोजगार करने के साथ ही पुलिस प्रशासन का दुरूपयोग करने का आरोप लगाते हुए आरोप लगाया है की उक्त व्यक्ति उसकी जमीन पर आकर उत्पात मचा रहे हैं और खेत में पड़ी फसल, घास-फूस, लकडिय़ों व छप्परों के आग लगा दी। ज्ञापन में पुलिस पर मदद नहीं करने तथा आरोपियों का साथ देने का आरोप लगाया गया है। ज्ञापन में परिवादी ने सुरक्षा मुहैया कराने की मांग करते हुए आरोपियों पर जान से मारने तथा आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।